कनैनिस्किस। पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से साफ कह दिया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तीसरे पक्ष की ओर से कोई मध्यस्थता नहीं हो सकती। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने मीडिया को बताया कि पीएम मोदी और ट्रंप के बीच फोन पर 35 मिनट बातचीत हुई। मिसरी ने बताया कि पीएम मोदी ने ट्रंप से कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी स्थगित है और खत्म नहीं हुआ है। पीएम मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से ये भी कहा कि भारत अब आतंकवाद को परोक्ष नहीं, बल्कि प्रत्यक्ष युद्ध के तौर पर ही देखेगा। उन्होंने ट्रंप को ये भी बताया कि पाकिस्तान के आग्रह पर भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को स्थगित किया। विदेश मंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का समर्थन किया।
Foreign Secretary Vikram Misri says, “PM Modi stressed that India never accepted mediation nor does it accept it now, nor will it ever do that. On this issue, there is full political unanimity.”
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— ANI (@ANI) June 18, 2025
पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप से ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद पर जो कहा, वो बहुत अहम है। इसकी वजह ये है कि ट्रंप 15 बार ये दावा कर चुके हैं उन्होंने कारोबार न करने की धमकी देकर भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष रुकवाया था। ट्रंप के लगातार इस बयान के कारण भारत में कांग्रेस समेत विपक्षी दल लगातार मोदी सरकार को घेर रहे थे। कांग्रेस के सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने तो पीएम मोदी के नाम के साथ सरेंडर जैसा शब्द लगाकर हमला बोला था। जबकि, मोदी सरकार लगातार ये कहती रही है कि पाकिस्तान सेना के डीजीएमओ की तरफ से गुहार लगाने के बाद भारत ने सैन्य कार्रवाई स्थगित करने का फैसला किया। मोदी सरकार ने ये भी स्पष्ट तौर पर कहा है कि अगर पाकिस्तान ने आतंकवाद बंद न किया, तो उससे फिर निपटा जाएगा।
22 अप्रैल 2025 को पाकिस्तान परस्त आतंकियों ने पहलगाम की बैसरन घाटी में 26 पर्यटकों की हत्या की थी। जिसका बदला लेने के लिए भारत ने 6-7 मई की दरम्यानी रात पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया था। इसका जवाब देने की पाकिस्तान की सेना ने कोशिश की, लेकिन भारत के मिसाइल प्रहार से उसके 11 एयरबेस पर जबरदस्त नुकसान हुआ था। भारतीय सेना और वायुसेना ने पाकिस्तान सेना के 2 रडार स्टेशन भी पूरी तरह ध्वस्त कर दिए थे। इसके बाद 10 मई की दोपहर पाकिस्तान सेना के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ राजीव घई को फोन कर सैन्य संघर्ष रोकने का अनुरोध किया था।