बीजिंग। चीन दुनिया में वैश्विक महामारी कोरोनावायरस की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले देशों में से एक है। इस महामारी की शुरुआत चीन के हुबेई प्रांत से हुई थी जिसके बाद यह पूरी दुनिया में बेहद तेजी से फैला। हालांकि अभी चीन में हालात पहले से काफी बेहतर नजर आ रहे हैं। लेकिन इस संकट के बीच, चीन एक ऐसी पारंपरिक दवा ( च्योंगसिम्ह्वान ) को खोजने में कामयाब रहा है, जो कोविड-19 वायरस को रोकने में काफी हद तक प्रभावी है।
चीन में हुए इस दवा के परीक्षण के आधार पर, यह पारंपरिक दवा कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित करने में मददगार है। यह दवा खासकर, इस बीमारी के शुरुआती चरणों में ज्यादा असरदार साबित हुई है। यह दवा सीधे वायरस पर हमला नहीं करती बल्कि रोगी के शरीर को इस प्रकार समायोजित करती है कि इस वायरस को शरीर में रहने के लिए उचित वातावरण ही न मिल सके। चीन में इस दवा के प्रभावी साबित होने के बाद चीन ने इस दवा को इटली और नीदरलैंड जैसे देशों में भी निर्यात किया है। चीन द्वारा बनाई गई इस दवा के प्रभावी पाए जाने के बाद हर तरफ इसकी मांग बेहद तेजी से बढ़ रही है।
इसको देखते हुए अन्य देशों में भी चीन ने अपनी इस दवा के निर्यात को बढ़ाने का फैसला किया है। दूसरी तरफ इस पारंपरिक दवा का उत्पादन करने वाली टीसीएम कंपनी ने इस दवा के और ज्यादा प्रचार-प्रसार के लिए एक फैशन कंपनी के साथ भी हाथ मिलाया है, जिससे इस दवा को बड़े स्तर पर लोगों तक पहुंचाया जा सके।
यह कंपनी अपनी इस दवा को ई-कॉमर्स ऑनलाइन कंपनियों को भी उपलब्ध करा रही है साथ ही इस कंपनी के जड़ी बूटियों से बनाए गए वस्त्रों और मास्क की भी मांग बेहद तेजी से बढ़ रही है। चीन की यह कंपनी अचानक से सुर्खियों में आ गई है।