डेलावेयर। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की मुश्किल में और इजाफा हो सकता है। मामला गोपनीय दस्तावेजों का है। अमेरिकी न्याय विभाग के अफसरों ने डेलावेयर में बाइडेन के घर और विलमिंग्टन में उनके दफ्तर की जगह पर शुक्रवार को छापा मारा था। पता चला है कि बाइडेन के घर से 6 और गोपनीय दस्तावेज मिले हैं। जो बाइडेन के वकील बॉब बाउर ने दस्तावेज मिलने की पुष्टि की है। बाउर के मुताबिक बाइडेन के घर और पूर्व दफ्तर पर न्याय विभाग के अफसरों की छापेमारी करीब 12 घंटे तक चलती रही। इससे पहले भी बाइडेन के घर से गोपनीय दस्तावेज मिले थे। इस मामले में बाइडेन को संसद में अविश्वास प्रस्ताव का सामना भी करना पड़ सकता है।
बताया जा रहा है कि जो बाइडेन जब उप राष्ट्रपति थे, उस वक्त के ये गोपनीय दस्तावेज हैं। बाइडेन इनको घर क्यों ले गए और पद छोड़ने के बाद वापस क्यों नहीं किए, इसे लेकर चर्चा गरम है। चर्चा इसकी भी है कि पद छोड़ने से पहले ही वो सारे गोपनीय दस्तावेज अपने साथ ले गए थे और उन्हें रख लिया था। जबकि, नियमों के तहत कोई भी सरकारी गोपनीय दस्तावेज उनके पास नहीं होना चाहिए था। जो बाइडेन ने हालांकि पहले कहा है कि उनके निजी दफ्तर से गोपनीय दस्तावेजों की बरामदगी के मामले में उनको कोई पछतावा नहीं है। उन्होंने कहा था कि वो जांच में सहयोग कर रहे हैं। बाइडेन ने कहा था कि वो अपने वकीलों के सुझाव पर इस मामले में अगला कदम उठाएंगे।
इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति रहे डोनाल्ड ट्रंप के निजी घर से भी गोपनीय दस्तावेज बरामद हुए थे। डोनाल्ड ट्रंप ने इस मामले में संघीय अफसरों पर ही साजिश रचने का आरोप लगा दिया था। ट्रंप ने कहा था कि कुछ अफसरों ने नफरत की वजह से उनके घर में दस्तावेज रख दिए। ताकि उनको फंसाया जा सके। ट्रंप ने ये भी कहा था कि उनके खिलाफ गोपनीय दस्तावेज ले जाने के कोई सबूत नहीं हैं। उन्होंने ये भी कहा था कि राष्ट्रपति रहते वक्त कोई भी गलत काम नहीं किया। ट्रंप के घर से दस्तावेज बरामद होने का मामला संसद में भी गूंजा था। हालांकि, उस मामले में अभी तक कोई और कदम न्याय विभाग या एफबीआई ने नहीं उठाया है।