News Room Post

US On India: भारत से रिश्तों को अमेरिका ने फिर सराहा, बताया महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार

US On India: भारत और अमेरिका के बीच अटल बिहार वाजपेयी की सरकार के दौर से अच्छे रिश्ते बनने लगे थे। यूपीए सरकार के दौर में भारत और अमेरिका के बीच सिविल न्यूक्लियर डील हुई। साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने पीएम का पद संभाला, तो अमेरिका से रिश्ते और प्रगाढ़ हुए।

joe biden and narendra modi

वॉशिंगटन। शीतयुद्ध के दौर में भारत और अमेरिका के रिश्ते अच्छे नहीं थे। इसकी वजह ये थी कि भारत ने गुट निरपेक्षता की राह चुनी थी। अब उसी अमेरिका से भारत के बेहतरीन रिश्ते हैं। यही बात अब अमेरिका की जो बाइडेन सरकार ने दोहराई है। अमेरिका के विदेश विभाग ने भारत से अपने देश के रिश्तों को अहम बताया है। अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता से पूछा गया था कि चीन वगैरा से खतरे को देखते हुए भारत के साथ रिश्तों को किस रूप में देखते हैं?

अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने इस सवाल पर कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका का महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार भी है। मैथ्यू मिलर ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि ऐसा ही रहेगा। दरअसल, अमेरिका को समझ आया कि एशिया में विस्तारवादी चीन की नीतियों से सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। ताइवान को हड़पने के लिए चीन जिस तरह लगा हुआ है और दक्षिणी चीन सागर में स्थित देशों पर दादागीरी दिखा रहा है, उससे निपटने के लिए अमेरिका को एशिया में भरोसेमंद साथी चाहिए था। भारत इस इलाके के ताकतवर देशों में शामिल है। इस वजह से अमेरिका ने पुराने मतभेद भुलाकर भारत से दोस्ती की है।

भारत और अमेरिका के बीच अटल बिहार वाजपेयी की सरकार के दौर से अच्छे रिश्ते बनने लगे थे। हालांकि, 1998 में भारत ने जब परमाणु राष्ट्र होने का एलान किया, तो अमेरिका नाराज भी हुआ। इसके बाद यूपीए सरकार के दौर में भारत और अमेरिका के बीच सिविल न्यूक्लियर डील हुई। साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने पीएम का पद संभाला, तो अमेरिका से रिश्ते और प्रगाढ़ हुए। मोदी का अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अब जो बाइडेन से नजदीकी रिश्ते सभी जानते हैं। पूर्वी लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश पर नजर डाल रहे चीन को भी अमेरिका ने साफ कह दिया है कि ये इलाके भारत के हैं। अमेरिका ने जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ भारत को भी जोड़कर क्वॉड संगठन बनाया है। इसके अलावा तमाम नए हथियार भी पिछले कुछ साल में अमेरिका ने भारत को दिए हैं।

Exit mobile version