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कोरोना संकट से देश की रक्षा के लिए शुरू की मां भगवती की आराधना

नई दिल्ली। बसंतिका नवरात्रि के अवसर पर स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने बलिया मालदेपुर मोड़ स्थित युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह के निवास पर भगवती का पूजन शुरू किया। महामारी कोरोना से पूरे देश में 21 अप्रैल तक लॉकडाउन होने के कारण स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने भगवती का पूजन विधि विधान से शुरू किया।

स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने दुर्गा सप्तशती का पाठ कर भगवती से महामारी कोरोना से देश और विश्व को उबारने हेतु प्रार्थना किया। देश भर में धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का निश्चय लेने वाले स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी चैत्र नवरात्रि के अवसर पर रात में सिर्फ एक समय देशी गाय का दूध और गंगा जल लेंगे। स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की राष्ट्र संकट में है इस विपदा से पूरा देश भयक्रांत है ऐसी स्थिति में ईश्वर के शरण में गए बिना कोई रास्ता नहीं है।

स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की सभी लोग अपने घर में रहकर भगवती का अनुसरण करें। स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की WHO के सभी निर्देशों का पालन होना चाहिए साथ ही सरकार और प्रधानमंत्री जो कह रहे उसमें सबको सहयोग करना चाहिए। यह राजनीति का समय नहीं है।

स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की देश पहले से आर्थिक समस्या झेल रहा था और अब कोरोना की मार ने सबकुछ ख़त्म कर दिया है। सरकार को अविलंब दिहाड़ी मजदूर, ठेला, रिक्शा चलाने वालों की चिंता करते हुए उनके लिए कुछ विशेष पैकेज की घोषणा करनी चाहिए। स्वमी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की पूरे देश में लॉकडाउन होने के पूर्व युवा चेतना के कार्यकर्ताओं ने अद्भुत तरीक़े से पूरे बलिया में मास्क, सैनीटाइजर और साबुन का वितरण किया जिसकी जितनी प्रशंसा की जाए वो कम है।

स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की लॉकडाउन के बाद सांसद, विधायक और राजनीतिक पार्टियां फ़ंड दे रही हैं परंतु युवा चेतना ने 100 से अधिक गांवों में महामारी कोरोना के ख़िलाफ जनजागरण चलाकर मिसाल क़ायम किया है। प्रमादी नाम संवतसर पर देशवासियों के उज्ज्वल भविष्य हेतु स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने प्रार्थना किया। स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने लोगों से संयम और धैर्य बरतने की अपील भी की।

स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी के आश्रम परंपरा से जुड़े महात्मा हैं। सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के साथ सामाजिक परिवर्तन हेतु भी प्रयासरत रहते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित देश भर में नौजवान-किसान और गांव से जुड़े मुद्दों पर काफी कार्यरत हैं। जब चीन से भारत का युद्ध चल रहा था तब स्वामी करपात्री जी ने बंगलामुखी मां की अराधना की थी उसी प्रकार जब आज देश कोरोना से त्रस्त है तो स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कठिन तपस्या बलिया में शुरू की है।

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