नई दिल्ली। दुनिया में अधिकत्तर लोग अपने दाएं हाथ का उपयोग करते हैं, यानी उनका दांया हाथ बाएं हाथ की तुलना ज़्यादा मज़बूत होता है। दुनिया के सारे काम दाएं हाथ से करना शुभ मानते है वहीं, कई लोग ऐसे भी हैं जिनके साथ ठीक उलटा है। वे आम तौर पर अपना बांया हाथ इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, ऐसे लोगों की मात्रा दुनिया में काफी कम हैं, इसलिए हर साल दुनियाभर में 13 अगस्त के दिन इंटरनैशनल लेफ्ट हैंडर्स डे मनाया जाता है। इस दिन की शुरुआत साल 1976 में डीन आर कैम्पबेल ने की थी। इस दिन लेफ्टी होने की खासियतों को मनाया जाता है। बाएं हाथ से काम करने के फायदों और नुकसानों की बारे में बात की जाती है, और लोगों को इस बारे में जागरूक किया जाता है। खासतौर पर भारत जैसे देश में जहां बाएं हाथ के इस्तेमाल को आज भी कई जगहों पर खराब माना जाता है।
कुछ लोग लेफ्टी क्यों होते हैं?
भ्रूण विकास – कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि जेनेटिक की तुलना में इसके पीछे पर्यावरणीय प्रभाव का अधिक असर पड़ता है। उनका कहना है कि गर्भ में पर्यावरणीय कारक (हार्मोन के संपर्क सहित) प्रभावित कर सकते हैं कि बच्चे का बायां या दायां हाथ ज़्यादा स्ट्रॉन्ग होगा।
दुनिया में 7-10% लोग ही हैं लेफ्टी
एक रिसर्च के अनुसार दुनियाभर में सिर्फ 7-10% लोग ही बाएं हाथ का इस्तेमाल करते हैं। ऐसा कम ही लोग जानते हैं लेकिन इस दुनिया में लेफ्ट हैंडर होना आसान बात नहीं है। उन्हें कई तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। जैसे ज़्यादातर मशीनें,कीबोर्ड, कप्यूटर का माउस जैसी चीज़ें राइट हैंड से उपयोग करने के अनुसार बनाई जाती हैं। ऐसे में जो लोग लेफ्टी हैं उनके लिए इन्हें इस्तेमाल करना काफी मुश्किल साबित होता है।