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Action On PFI: प्रतिबंधित इस्लामी संगठन PFI पर अब चला दिल्ली पुलिस का डंडा, 4 सदस्यों को कठोर UAPA कानून के तहत दबोचा

pfi arrest

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नई दिल्ली। प्रतिबंधित इस्लामी कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया PFI के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आज इनको कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड मांगेगी। पीएफआई पर बैन लगने के बाद दिल्ली में ये पहली गिरफ्तारी हुई है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अफसर ने गिरफ्तारी की पुष्टि की, लेकिन आरोपियों का नाम बताने से इनकार कर दिया। पुलिस ने दिल्ली के शाहीनबाग थाने में पीएफआई के खिलाफ कठोर यूएपीए UAPA कानून के तहत केस दर्ज किया था। पीएफआई पर केंद्र सरकार ने 28 सितंबर को 5 साल के बैन का एलान किया था। इसके बाद शाहीनबाग इलाके में संगठन के लोगों ने जमकर हंगामा किया था। पुलिस ने उस वक्त 30 लोगों को हिरासत में लिया था।

शाहीनबाग में ही पीएफआई का दफ्तर था। उसे पुलिस ने पहले ही सील कर दिया है। संगठन के जिन 4 लोगों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उनपर गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। यूएपीए के तहत इनको गिरफ्तार किया गया है। ऐसे में जमानत मिलना भी मुश्किल लगता है। पीएफआई के बारे में पहले पता चला था कि वो गजवा-ए-हिंद की साजिश रच रहा था। संगठन के दो सदस्य बिहार के फुलवारी शरीफ से गिरफ्तार किए गए थे। इनके पास से 8 पन्ने का एक सनसनीखेज दस्तावेज मिला था। इसमें लिखा था कि हर हाल में भारत को 2047 तक इस्लामी राष्ट्र बनाना है।

पीएफआई पर 22 सितंबर और 27 सितंबर को देशव्यापी छापे मारे गए थे। इन छापों में 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार लोगों में पीएफआई के सारे बड़े नेता शामिल हैं। संगठन के सभी दफ्तरों को सील कर इसकी रिपोर्ट भी केंद्र सरकार ने संबंधित राज्यों से मांगी थी। पीएफआई के बारे में पता चला था कि खाड़ी देशों के जरिए हवाला से उसने 120 करोड़ की रकम भी जुटाई थी। संगठन का इरादा पीएम नरेंद्र मोदी समेत तमाम शख्सियतों पर हमला करने की भी थी। इसके अलावा संगठन दंगे भी भड़काने की कोशिश में था।

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