नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की नरेला और हरिनगर विधानसभा सीट पर अपने उम्मीदवार बदल दिए हैं। नरेला से अब शरद चौहान को उम्मीदवार बनाया गया है। शरद चौहान आम आदमी पार्टी के मौजूदा विधायक हैं। इससे पहले दिनेश भारद्वाज को यहां से टिकट दी गई थी। वहीं हरिनगर से राजकुमारी ढिल्लों की जगह अब सुरिंदर सेतिया चुनाव लड़ेंगे। नामांकन की अंतिम तिथि से दो दिन पहले अचानक उम्मीदवार बदलने की चर्चा हर तरफ शुरू हो गई है। हालांकि इन दो सीटों पर उम्मीदवार क्यों बदले गए हैं इस संबंध में पार्टी की तरफ से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”hi” dir=”ltr”>AAP ने अपने प्रत्याशी बदले ।<br>नरेला से शरद चौहान <br> हरिनगर से सुरिंदर को दिया टिकट। <a href=”https://twitter.com/AamAadmiParty?ref_src=twsrc%5Etfw”>@AamAadmiParty</a> <a href=”https://t.co/yTl519wZFn”>pic.twitter.com/yTl519wZFn</a></p>— Santosh Kumar 🇮🇳🖊️ (@Sk18336) <a href=”https://twitter.com/Sk18336/status/1879477576659501198?ref_src=twsrc%5Etfw”>January 15, 2025</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए 5 फरवरी को एक ही चरण में वोट डाले जाएंगे और नतीजे 8 फरवरी को घोषित होंगे। दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी ने सबसे पहले सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी। उधर, आप संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज नई दिल्ली सीट से अपना नामांकन दाखिल कर दिया। अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी ने पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा को चुनाव मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस ने संदीप दीक्षित को टिकट दिया है। वहीं दिल्ली की मौजूदा सीएम आतिशी के खिलाफ कालकाजी सीट से कांग्रेस ने अलका लांबा तो बीजेपी ने रमेश बिधूड़ी को उम्मीदवार घोषित किया है।
इससे पहले हुए लोकसभा चुनाव में दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने साथ मिलकर बीजेपी को टक्कर देने का प्रयास किया था लेकिन दिल्ली की सभी सीटों पर बीजेपी ने क्लीन स्वीप करते हुए कांग्रेस और आप के गठबंधन उम्मीदवारों को चारों खाने चित कर दिया था। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस से किनारा करते हुए विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया। वहीं इंडिया गठबंधन में शामिल अन्य दलों ने भी आम आदमी पार्टी को समर्थन देने की बात कही है। इस तरह से दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी अलग-थलग पड़ गई है।