नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में होने वाले विधान सभा चुनाव के मद्देनजर अभी से एक बड़ा ऐलान कर दिया है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में वो कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी। आप सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी और अपने दम पर चुनाव मैदान में उतरेगी। ऐसा माना जा रहा है कि हरियाणा में आप से गठबंधन न करने के कांग्रेस के फैसले से नाराजगी के चलते अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने यह फैसला किया है।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> | Delhi | AAP's National Spokesperson Priyanka Kakkar says, "We will contest Delhi (assembly) elections alone. On one side it's the overconfident Congress and on the other side, it's the arrogant BJP. We will contest the election based on what we have done in Delhi in the… <a href=”https://t.co/p3vXcox1ZO”>pic.twitter.com/p3vXcox1ZO</a></p>— ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1843885063383253267?ref_src=twsrc%5Etfw”>October 9, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने इस बारे में घोषणा करते हुए बताया कि उनकी पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। इंडिया गठबंधन की अपनी सहयोगी कांग्रेस पर भड़कते हुए कक्कड़ बोलीं, एक तरफ अति आत्मविश्वास वाली कांग्रेस है और दूसरी तरफ अहंकारी बीजेपी है। हमारी आम आदमी पार्टी की सरकार ने पिछले 10 साल के कार्यकाल में दिल्ली में जो किया है उसके आधार पर हम चुनाव मैदान में उतरेंगे। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में भी दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था मगर दिल्ली की सात में से एक भी सीट पर न तो आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार की जीत हुई और न ही कांग्रेस का कोई उम्मीदवार विजयी हुआ। बीजेपी ने दिल्ली में क्लीन स्वीप करते हुए सभी 7 सीटों पर कब्जा जमाया।
इसके बाद हरियाणा विधानसभा चुनाव में सबसे पहले राहुल गांधी ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन की इच्छा जताई। इसके बाद आम आदमी पार्टी की तरफ से भी राहुल गांधी की मंशा को स्वीकार करते हुए गठबंधन के लिए बातचीत की गई। मगर हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत कई अन्य स्थानीय नेता अकेले चुनाव लड़ने के पक्षधर दिखे। जिस कारण से आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन नहीं हो सका। जीत के प्रति आश्वस्त कांग्रेस हरियाणा में चुनाव हार गई और बीजेपी सत्ता की हैट्रिक लगाने जा रही है।