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India-China Tension: चीन को एक बार फिर ताकत दिखाने की तैयारी में वायुसेना, 1 से 5 फरवरी तक पूर्वोत्तर में होगा बड़ा युद्धाभ्यास

indian air force

नई दिल्ली। चीन से एलएसी पर जारी तनाव के बीच भारतीय वायुसेना एक बार फिर पूर्वोत्तर में जबरदस्त युद्धाभ्यास करने वाली है। जानकारी के मुताबिक भारतीय वायुसेना दुश्मन को 1 से 5 फरवरी तक चलने वाले ‘प्रलय’ युद्धाभ्यास में अपनी ताकत दिखाएगी। इस युद्धाभ्यास में राफेल, सुखोई-30, टैंकर विमान, बमवर्षक और अन्य साजो सामान के साथ वायुसेना अपना दम दिखाने की तैयारी कर रही है। इससे पहले दिसंबर 2022 में भी भारतीय वायुसेना ने पूर्वात्तर राज्यों के ऊपर 2 दिन का युद्धाभ्यास कर चीन को संदेश दिया था। इस बार का युद्धाभ्यास इससे बड़े पैमाने पर किए जाने की तैयारी है।

इस युद्धाभ्यास की खास बात ये है कि एयर डिफेंस के लिए रूस से मिले एस-400 सिस्टम को भी तैनात किया जाएगा। एस-400 सिस्टम से किसी भी तरह के विमान, मिसाइल या ड्रोन को 600 किलोमीटर दूरी से मार गिराया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक अब तक रूस से भारत को एस-400 के तीन सिस्टम मिल चुके हैं। जिनको पाकिस्तान और चीन से मुकाबले के लिए कई जगह तैनात किया गया है। एस-400 मिलने से भारतीय वायुसेना की ताकत और बढ़ गई है। भारत ने रूस से एस-400 के 5 सिस्टम खरीदे हैं। बाकी दो सिस्टम भी इस साल दिसंबर तक भारत आ जाएंगे।

चीन और भारत के बीच साल 2020 से ही एलएसी पर काफी तनाव चल रहा है। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीन से भिड़ंत में भारत के एक कर्नल समेत 20 जवानों को शहादत भी देनी पड़ी थी। उस संघर्ष में चीन के भी तमाम सैनिक मारे गए थे। बीते दिनों ही अरुणाचल प्रदेश के तवांग के पास भी घुसपैठ की कोशिश कर रही चीन की सेना को भारतीय जवानों ने पीट-पीटकर भगाया था। दो दिन पहले ही खबर आई थी कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एलएसी पर तैनात अपने जवानों से फोन पर बात की। इसके बाद से लग रहा है कि चीन किसी साजिश को अंजाम देने की फिराक में है। जिनपिंग के बारे में ये खबर आने के बाद ही वायुसेना का बड़ा अभ्यास करने की तैयारी की गई है।

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