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Maharashtra: ‘चाचा’ को गच्चा देकर बने डिप्टी सीएम अजित पवार, तो सोशल मीडिया पर आई मीम्स की बाढ़ , छूट जाएगी आपकी हंसी

नई दिल्ली। ये संडे एनसीपी प्रमुख शरद पवार को हमेशा याद रहेगा कि कैसे उनके भतीजे अजित पवार ने 9 विधायकों के साथ पहले तो अपने आवास पर बैठक बुलाई। इस बैठक में सुप्रिया सुले भी शामिल हुईं। लेकिन बाद में वो चली गईं। अब वो अपने पिता शरद पवार के साथ पुणे रवाना हो चुकी हैं। शरद पवार अभी पुणे में हैं। भतीजे अजीत की बगावती रूख की वजह से उन्होंने अपने सभी पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को रद कर दिया है। हालांकि, अभी तक उन्होंने इस संदर्भ में कुछ भी नहीं कहा है। इस बीच आवास पर बैठक संपन्न करने के बाद अजित अपने 9 विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे। जहां उन्होंने शपथ ली। बता दें कि अजीत पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है।

इसके अलावा उनके साथ छगन भुजबल, अजित पाटिल, अदिति तटकरे सहित कई अन्य नेताओं ने शपथ ली है। वहीं, अब माना जा रहा है कि शरद पवार एनसीपी की अध्य़क्षता पाने के लिए दावा ठोक सकते हैं। अगर वो ऐसा करते हैं, तो यह एनसीपी चीफ शरद पवार के लिए बड़ी मुश्किलें हो सकती हैं। उधर, इस पूरी सियासी भूचाल पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि जब किसी महत्वाकांक्षी नेता को पार्टी में महत्व नहीं दिया जाता है, तो वो आमतौर पर वह इस तरह के कदम उठाता है। इसके अलावा उन्होंने आगे कहा कि अब महाराष्ट्र का आर्थिक विकास तेजी से होगा, जो लोग भी राकांपा में शामिल हुए हैं, हम सभी मिलकर प्रदेश के विकास के लिए काम करेंगे। वहीं, इस अजित पवार द्वारा उठाए गए इस कदम पर शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट कर कहा कि महाराष्ट्र में राजनीति को खत्म करने की कोशिश की जा रही है।

उधर, प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि जो विधायक भ्रष्ट थे, अब मंत्री बन रहे हैं। ध्यान दें कि मंत्रिमंडल में शामिल हुए कई नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसी की कार्रवाई की जा रही है। ऐसे में जांच से बचने के लिए इन लोगों ने एनडीए के खेमे में शामिल हुए हैं। वहीं, बीते अजित पवार ने बीते दिनों एक कार्यक्रम को संबोधित करने के क्रम में ही संकेत दे दिया था कि वो आगामी दिनों में कोई भूचाली कदम उठा सकते हैं। बीते दिनों उन्होंने एक सभा को संबोधित करने के क्रम में कहा था कि उन्हें विपक्ष की भूमिका से अब मुक्त किया जाए और संगठन में कोई बड़ा पद दिया जा सकें, लेकिन अब जिस तरह से अजित पवार अपने समर्थकों के साथ शिंदे सरकार को समर्थन दिया है, उसे लेकर अब एनसीपी के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।

अजित पवार अब एनसीपी चीफ के लिए दावा ठोक सकते हैं। अगर वो ऐसा कदम उठाते हैं, तो शरद पवार के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती है। उधर, पवार के इस कदम से विपक्षी एकता को भी तगड़ा झटका लगा है। वहीं, पवार के इस कदम के बाद कांग्रेस मुख्य विपक्ष की भूमिका में आ चुकी है, क्योंकि एनसीपी तो फिलहाल अपने अस्तित्व से ही जूझती हुई नजर आ रही है। ध्यान दें कि इससे पहले उन्होंने पवार ने 2019 में एनसीपी के खिलाफ बगावत का राह पकड़ ली थी। बहरहाल , अब आगामी दिनों में महाराष्ट्र की राजनीति का परिदृश्य कैसा रहता है ।इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले महाराष्ट्र में सियासी भूचाल के बीच सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई है। आइए, आगे कि रिपोर्ट में हम आपको इन मीस्म के बारे में विस्तार से बताते हैं।

सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़

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