News Room Post

Akhilesh Slammed: अखिलेश यादव ने तिरंगे का नाम लेकर बीजेपी पर साधा निशाना, भड़के यूजर्स बोले- आतंकियों के…

keshav

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव एक बार फिर अपने सोशल मीडिया पोस्ट की वजह से यूजर्स के निशाने पर आ गए। अखिलेश ने इस बार राष्ट्रीय ध्वज यानी तिरंगा और जीएसटी का मुद्दा उठाते हुए बीजेपी से सवाल पूछा था। उन्होंने शनिवार को अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया, ‘भाजपा बताए झंडों पर कितना जीएसटी देना पड़ेगा?’ इस पोस्ट के साथ ही अखिलेश ने गुजरात में कुछ झंडे गलत बन जाने के बारे में जानकारी दी थी। जिसमें लिखा था कि मानक अनुरूप न होने पर काफी झंडे रिजेक्ट हो गए हैं। इससे दो दिन पहले भी अखिलेश यादव तिरंगा और दंगा को जोड़ते हुए सोशल मीडिया पोस्ट लिखने पर ट्रोल हो चुके थे।

अखिलेश ने दो दिन पहले लिखा था कि बीजेपी की घर-घर तिरंगा योजना से दंगा फैलाने की योजना भी हो सकती है। इसी पर उन्हें सोशल मीडिया यूजर्स ने जमकर खरी-खोटी सुनाई थी। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी उनपर तंज कसा था। इस बार भी तिरंगा को लेकर किए गए सोशल मीडिया पोस्ट की वजह से लोग उनपर नाराज हो गए और जमकर सुनाया। बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव में सपा की पराजय के बाद से ही अखिलेश यादव लगातार किसी न किसी मुद्दे को उछालकर बीजेपी पर हमलावर रहते हैं। जब भी वो बीजेपी पर निशाना साधते हैं, तभी सोशल मीडिया पर यूजर्स उन्हें ट्रोल करने लगते हैं।

कई यूजर्स ने अखिलेश को उनके ट्वीट के जवाब में सपा के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का वो बयान दिखाया, जिसमें उन्होंने हर घर तिरंगा लगाने का विरोध किया था। बंटू पांडेय ने लिखा कि तिरंगे से बड़ा पार्टी का ध्वज। पार्टी की सोच और एजेंडा किस तरफ है। बाकी जनता समझ सकती है इस सोच को। वहीं, राम सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि अखिलेश यादव, तिरंगे के प्रति आपकी बौखलाटहट को समझा जा सकता है। कट्टर सोच वालों को खुश जो करना है आपको। मन्नू सिंह नाम के यूजर ने अखिलेश के पोस्ट पर लिखा कि तिरंगे में भी दंगा नजर आता है आपको? फिर आपको जीएसटी की इतनी चिंता क्यों। वहीं भूमिपुत्र नाम के यूजर ने लिखा कि आजकल साइकिल वाले अपनी साइकिल संभाल नहीं पा रहे हैं। वहीं, मधु ने लिखा कि आतंकवादियों से प्यार करने वालों को तिरंगे से नफरत स्वाभाविक ही है। यूजर्स ने और किस तरह अखिलेश से नाराजगी जताई, वो आप ऊपर दिए गए उनके ट्वीट के रिप्लाई में जाकर देख सकते हैं।

Exit mobile version