News Room Post

Amit Shah: असम में दहाड़े अमित शाह, दिखाया राहुल को आईना, कहा- 2024 में नरेंद्र मोदी ही बनेंगे PM, इसलिए…!

Amit Shah: उन्होंने आगे कहा कि गत दिनों पूर्वोत्तर राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र कर कहा कि पूर्वोत्तर पहले कांग्रेस का गढ़ कहा जाता था, लेकिन बीते दिनों हुए चुनाव में पूर्वोत्तर में चौतरफा कमल ही खिला है और एक बात में स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि राहुल गांधी अगर अपने रुख में परिवर्तन नहीं लाते हैं।

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज असम के डिब्रूगढ़ में बीजेपी मुख्यालय के उद्धाटन समारोह के मौके पर जहां कांग्रेस पर जमकर हमला बोला, तो वहीं दूसरी तरफ आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी द्वारा 300 सीटों पर जीत दर्ज करने को लेकर विश्वास जताया। उन्होंने राहुल गांधी को कड़ी चुनौती देते हुए कहा कि आप हम लोगों पर जितना कीचड़ उछालोगे। कमल उतना ही खिलेगा। शाह ने राहुल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पीएम मोदी के लिए कब्र खोदने की दुआ मांग रहे हो, लेकिन शायद आप लोगों को नहीं पता है कि देश की 130 करोड़ जनसंख्या दिन-रात पीएम मोदी के स्वास्थ्य के लिए प्राथना कर रही है और इस बार भी आप देख लीजिएगा देश की जनता की दुआओं के बदौलत पीएम मोदी तीसरी मर्तबा देश के प्रधानमंत्री बनने में सफल रहेंगे।

उन्होंने आगे गत दिनों पूर्वोत्तर राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र कर कहा कि पूर्वोत्तर पहले कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था, लेकिन बीते दिनों हुए चुनाव में पूर्वोत्तर में चौतरफा कमल ही खिला है और एक बात में स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि राहुल गांधी अगर अपने रुख में परिवर्तन नहीं लाते हैं, तो एक दिन ऐसा आएगा, जब कांग्रेस का सूपड़ा पूरे देश से साफ हो जाएगा, इसलिए मैं राहुल को एक हिदायत देना चाहूंगा कि वो अपने रुख में परिवर्तन करें। बता दें कि बीते दिनों राहुल गांधी की मोदी सरनेम मामले में विवादास्पद टिप्पणी के चलते संसद सदस्यता निरस्त कर दी गई थी। जिसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट में इस फैसले को चुनौती दी है। बहरहाल, अब कोर्ट आगामी दिनों में इस पर क्या कुछ फैसला सुनाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

उधऱ, अमित शाह के दौरे की बात करें, तो बीते सोमवार को वे अरुणाचल प्रदेश दौरे पर गए थे, जहां उन्होंने परोक्ष रूप से पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि गया वो जमाना है, जब दुश्मन हमारी जमीन पर अतिक्रमण कर लिया करते थे। बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व मुख्तलिफ सियासी दलों के सूरमा एक्शन मोड में आ चुके हैं। अब ऐसे में आगामी दिनों में क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

Exit mobile version