जयपुर। राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस और सीएम अशोक गहलोत फिर परेशान हैं। वजह हैं सचिन पायलट। सचिन पायलट ने बीते दिनों अपनी ताकत पार्टी और गहलोत को दिखाई है। खबरें ऐसी भी हैं कि सचिन ने कांग्रेस आलाकमान से साफ कहा है कि अगर गहलोत को सीएम पद से नहीं हटाया, तो अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पंजाब जैसा ही हाल होगा। ऐसे में चर्चा का बाजार गर्म है कि अगले महीने उदयपुर में कांग्रेस के चिंतन शिविर के दौरान सचिन पायलट को पार्टी अहम जिम्मेदारी दे सकती है। सचिन ने हाल ही में सोनिया गांधी से मुलाकात भी की थी। वो प्रियंका गांधी से भी मिले थे।
हाल के दिनों में पायलट के समर्थकों में भी नया जोश नजर आ रहा है। बीते दिनों सचिन जब करौली पहुंचे, तो गंगापुर में उनके स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं का सैलाब उमड़ पड़ा। इन तस्वीरों से भी गहलोत और कांग्रेस की धड़कनें जरूर बढ़ी होंगी। सोनिया से मिलने के बाद सचिन पायलट की बॉडी लैंग्वेज भी उत्साहजनक लग रही थी। मीडिया से सचिन ने कहा था कि सोनिया से बातचीत के दौरान उन्होंने परिपाटी तोड़ने और सत्ता में दोबारा लौटने के बारे में चर्चा की। उन्होंने ये भी कहा था कि पार्टी को आगे का रास्ता देखना चाहिए। सूत्रों का कहना है कि सचिन ने अपनी भूमिका तय करने का काम सोनिया पर छोड़ दिया है।
आज गंगापुर सिटी रेलवे स्टेशन पर कार्यकर्ताओं, समर्थकों एवं लोगों से हुई मुलाकात एक नई ऊर्जा एवं उत्साह का संचार करने वाली रही। pic.twitter.com/hbPPjNiqQK
— Sachin Pilot (@SachinPilot) April 27, 2022
बता दें कि बीते दिनों अशोक गहलोत ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि उन्होंने अपना इस्तीफा काफी पहले ही सोनिया गांधी को दे रखा है। गहलोत ने ये भी कहा था कि जब उन्हें हटाना होगा, कांग्रेस नेतृत्व हटा देगा और किसी को पता तक नहीं चलेगा कि सीएम बदल गया। 13 से 15 मई तक कांग्रेस के चिंतन शिविर में इस बारे में फैसला होने की बात अब कही जा रही है। ऐसे में सचिन पायलट के समर्थकों में काफी उत्साह दिख रहा है।