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Atishi to take Oath As CM Of Delhi: दिल्ली के सीएम पद की 21 सितंबर को शपथ लेंगी आतिशी, खुद बता चुकी हैं कब तक इस पद पर रहेंगी

Atishi to take Oath As CM Of Delhi: आम आदमी पार्टी की तरफ से ये भी बताया गया है कि आतिशी के साथ कई मंत्री भी पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। आतिशी खुद बता चुकी हैं कि वो कब तक दिल्ली के सीएम का पद संभालेंगी। अरविंद केजरीवाल के पद छोड़ने के बाद आतिशी सीएम बन रही हैं।

नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल के पद से इस्तीफा देने के बाद आतिशी को आम आदमी पार्टी विधायक दल का नेता चुना गया था और वो दिल्ली की नई सीएम होंगी। आतिशी ने खुद को नेता चुने जाने के बाद अब तक दिल्ली के सीएम पद की शपथ नहीं ली है। अब आम आदमी पार्टी ने बताया है कि आतिशी 21 सितंबर को दिल्ली के सीएम पद की शपथ लेने वाली हैं। आम आदमी पार्टी की तरफ से ये भी बताया गया है कि आतिशी के साथ कई मंत्री भी पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। दिल्ली में फरवरी 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं। आतिशी पहले ही कह चुकी हैं कि वो तब तक के लिए ही सीएम हैं और जनता जब फिर आम आदमी पार्टी की सरकार चुनेगी, तो अरविंद केजरीवाल एक बार फिर सीएम बनेंगे।

अरविंद केजरीवाल की सरकार में आतिशी के पास महत्वपूर्ण विभाग रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने उनको वित्त, राजस्व और शिक्षा जैसे अहम विभाग दिए थे। अब सीएम बनने के बाद आतिशी कौन से विभाग रखती हैं, इसे लेकर चर्चा चल रही है। बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने अपने पास कोई भी विभाग नहीं रखा था। जिसे लेकर वो बीजेपी के निशाने पर भी आते रहे। अब सबकी नजर है कि सीएम बनने के बाद आतिशी विभाग अपने पास रखती हैं या फिर अरविंद केजरीवाल की तरह बिना विभाग की सीएम बनी रहती हैं। माना जा रहा है कि आतिशी के मंत्रीमंडल में केजरीवाल सरकार के सभी मंत्रियों को जगह मिलेगी। अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद उनके सभी मंत्री मजबूती से साथ खड़े रहे। जिसका तोहफा एक बार फिर उनको मंत्री बनाकर दिया जा सकता है।

आतिशी दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज और ऑक्सफोर्ड से पढ़ी हुई हैं। वो कई एनजीओ में भी काम कर चुकी हैं। आतिशी के पति भी समाजसेवा करते हैं। 2020 में दिल्ली की कालकाजी विधानसभा सीट से आतिशी विधायक चुनी गई थीं। इससे पहले वो शिक्षा विभाग देखने वाले दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की सलाहकार थीं। आम आदमी पार्टी हमेशा कहती है कि आतिशी की सलाह को मानकर ही दिल्ली सरकार ने सरकारी स्कूलों की दशा और दिशा सुधारी है।

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