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Ayodhya Ram Temple: 392 खंबे और सोने से मढ़ा दरवाजा, अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की ये खासियतें आप नहीं जानते होंगे

रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा जिस तारीख को होगी, उससे एक हफ्ते पहले से ही तमाम कार्यक्रम शुरू होंगे। खास तौर पर वास्तु पूजा और अन्य पूजन कार्यक्रम किए जाएंगे। मकर संक्रांति यानी 15 जनवरी 2024 से इन खास पूजा की शुरुआत की जा सकती है।

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अयोध्या। यूपी के अयोध्या में भव्य राम मंदिर का पहला तल बनकर तैयार होने ही वाला है। यहां भगवान रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को की जानी है। राम मंदिर कितना विशाल है और कितना बड़ा परिसर इसका है, ये कुछ आंकड़ों से ही आपको साफ पता चल जाएगा। राम मंदिर के परिसर में 8.64 एकड़ में परकोटा बनाया जा रहा है। वहीं, राम मंदिर का जो पहला तल बन रहा है, उसमें 392 खंबे लगाए गए हैं। ये सभी खंबे पत्थर के हैं। मंदिर की बाहरी दीवार राजस्थान के बंशी पहाड़पुर से लाए गए गुलाबी बलुआ पत्थर के हैं। अंदर दीवार को मकराना के सफेद संगमरमर में कारीगरी से ढका गया है।

ताजा जानकारी के मुताबिक राम मंदिर के गर्भगृह का जो दरवाजा लगेगा, उसे सोने से मढ़ा जाएगा। इस मंदिर में 5 मंडप भी होंगे। इनके नाम गूढ़ मंडप, रंग मंडप, नृत्य मंडप, कीर्तन मंडप और प्रार्थना मंडप हैं। इन मंडपों पर 34 फिट चौड़ा और 32 फिट लंबा गुंबद लगाया जाना है। मंदिर की ऊंचाई कहीं 69 तो सबसे ज्यादा 111 फिट है। मंदिर 380 फुट लंबा और 250 फुट चौड़ा बन रहा है। इसमें एक बार में सैकड़ों श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकेंगे।

रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा जिस तारीख को होगी, उससे एक हफ्ते पहले से ही तमाम कार्यक्रम शुरू होंगे। खास तौर पर वास्तु पूजा और अन्य पूजन कार्यक्रम किए जाएंगे। मकर संक्रांति यानी 15 जनवरी 2024 से इन खास पूजा की शुरुआत की जा सकती है। पीएम नरेंद्र मोदी के दफ्तर से तारीख तय होने के बाद विशेष पूजा की तारीखें भी तय की जाएंगी। देशभर के सभी मंदिरों में रामलला की मूर्ति स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी करने की श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की योजना है। कुल मिलाकर कार्यक्रम ऐसा होगा, जो कई तरह के नए आयाम दिखाएगा।

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