News Room Post

Umesh Pal Murder Case: यूपी STF का बड़ा खुलासा, एनकाउंटर के बाद अतीक अहमद एक नेता के संपर्क में था, मांगी थी जान बचाने की भीख

Umesh Pal Murder Case: एसटीएफ के अनुसार उमेश पाल हत्याकांड के बाद नेता को फोन करने की कोशिश की और जान बचाने की गुहर लगा रहा था। चूंकि अतीक का परिवार और उसके गुर्गे का नाम इस हत्याकांड में सामने आ चुका है।

atique ahmed

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में दिनदहाड़े हुए उमेश पाल हत्याकांड को लेकर राज्य में सियासी बवाल जारी है। एक तरफ जहां भाजपा इस हत्याकांड को लेकर समाजवादी पार्टी को घेर रही है। यूपी विधानसभा में भी उमेश पाल हत्या केस को लेकर जमकर हंगामा भी हुआ था। वहीं अब उमेश पाल मर्डर केस में यूपी एसटीएफ ने बड़ा खुलासा किया है। सूत्रों के मुताबिक माफिया अतीक अहमद इस हत्याकांड के बाद से लगातार एक नेता के संपर्क में था। इतना ही नहीं इस मर्डर के बाद अतीक अहमद ने उस नेता को फोन कर जान बचाने की भीख भी मांग रहा था। इसके अलावा अतीक अहमद ने फेसटाइम के जरिए नेता से संपर्क बनाने की कोशिश भी की। लेकिन उस नेता ने फोन नहीं उठाया। फिर उसने नॉर्मल काल के माध्यम से बात करने की कोशिश की। मगर जैसे ही उस नेता ने अतीक अहमद की आवाज पहचान ली…तो अपना फोन काट दिया। हालांकि अतीक अहमद ने किसी नेता से बात हुई है। इसकी पुख्ता जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।

हालांकि पहली बार नहीं है जब अतीक अहमद को राजनीतिक संरक्षण मिलने की बात सामने आई हो। पहले भी अलग-अलग दलों में सक्रि. रहा है और वो अतीक अहमद को पालते भी रहे है। ऐसे में अब सत्ताधारी दल का एक नेता एसटीएफ के रडार में है। एसटीएफ के अनुसार उमेश पाल हत्याकांड के बाद नेता को फोन करने की कोशिश की और जान बचाने की गुहर लगा रहा था। चूंकि अतीक का परिवार और उसके गुर्गे का नाम इस हत्याकांड में सामने आ चुका है। जिसके बाद वो मदद की भीख मांग रहा था। इसी नाते उसने नेता से संपर्क साधने की कोशिश की थी।

सूत्रों के मुताबिक नेता भी एसटीएफ की रडार में आ चुका है। इसके अलावा नेता के तार प्रयागराज से जुड़ने होने की बात भी सामने निकलकर आ रही है। जिसके बाद अब अतीक अहमद के करीबी नेताओं पर भी शिकंजा कस सकता है। गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड में यूपी पुलिस ने अरबाज और उस्मान को एनकाउंटर में ढेर कर चुकी है। इसके अलावा अतीक अहमद मददगारों के घरों को बुलडोजर से ध्वस्त भी कर चुकी है। पुलिस बाकि आरोपियों की तलाशा में जुटी हुई है।

बता दें कि प्रयागराज में BSP के पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह उमेश पाल की गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। इसके अलावा उनके साथ मौजूद दो गनर की भी हत्या कर दी गई थी। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था।

Exit mobile version