नई दिल्ली। जैसे-जैसे हरियाणा विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, राजनीति के गलियारों में गर्मी बढ़ती जा रही है और तीखी बयानबाजी का दौर भी जारी है। इसी बीच, सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने नेता और भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को सलाह दी है कि वे ओलंपिक पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के खिलाफ कोई बयान न दें। यह सलाह तब आई है जब हाल ही में फोगाट और पुनिया कांग्रेस में शामिल हुए हैं और हरियाणा चुनावों में पार्टी की ओर से महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहे हैं।
फोगाट और पुनिया का कांग्रेस में शामिल होना
विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने 6 सितंबर को कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान किया। यह वही पहलवान हैं जिन्होंने पिछले साल बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था, जिसमें उन्होंने सिंह पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे। कांग्रेस में शामिल होने के बाद फोगाट ने कहा कि भाजपा ने बृजभूषण सिंह का समर्थन किया जबकि कांग्रेस ने विरोध करने वाले पहलवानों का साथ दिया जब वे दिल्ली की सड़कों पर संघर्ष कर रहे थे। बजरंग पुनिया ने भी फोगाट की बात का समर्थन किया और कहा कि कांग्रेस कठिन समय में उनके साथ खड़ी रही।
बृजभूषण का बयान
कांग्रेस में फोगाट और पुनिया के शामिल होने के बाद बृजभूषण शरण सिंह ने तीखा तंज कसा और कहा कि इन पहलवानों ने कुश्ती में अपना नाम कमाया, लेकिन कांग्रेस में शामिल होने के बाद उनका नाम मिट जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि ये पहलवान सोचते हैं कि वे विधानसभा चुनाव जीत जाएंगे, तो वे गलत हैं। सिंह ने दावा किया कि हरियाणा की किसी भी विधानसभा सीट पर वे भाजपा के किसी छोटे से उम्मीदवार से भी हार जाएंगे।
कांग्रेस ने दी जिम्मेदारी
कांग्रेस ने विनेश फोगाट को हरियाणा के जुलाना विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारने का फैसला किया है। वहीं, बजरंग पुनिया को अखिल भारतीय किसान कांग्रेस का प्रमुख नियुक्त किया गया है, जिससे वह चुनाव प्रचार में भी भाग लेंगे। बीजेपी ने बृजभूषण शरण सिंह को विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया पर तीखे बयान देने से मना किया है, ताकि चुनावी माहौल में किसी प्रकार की अनावश्यक विवाद उत्पन्न न हो। भाजपा का मानना है कि ऐसे बयान चुनाव में पार्टी के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं।