नई दिल्ली। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी द्वारा चुनाव प्रचार के दौरान गोमांस बेचने वाले दुकानदार की प्रशंसा करते हुए कहना कि काटते रहो को लेकर विवाद छिड़ गया है। ओवैसी पर बीजेपी ने जोरदार हमला बोला है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ओवैसी के राजनीतिक बयान हमेशा अशोभनीय होते हैं। मुझे आश्चर्य नहीं है कि उन्होंने ऐसा बयान दिया। वहीं लोकसभा चुनाव में ओवैसी को टक्कर दे रहीं बीजेपी उम्मीदवार माधवी लता ने भी पलटवार किया। दरअसल असदुद्दीन ओवैसी का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में ओवैसी एक दुकान के बाहर खड़े होकर दुकान का नाम पढ़ते हुए कहते हैं रेहान बीफ शॉप जिंदाबाद। इसके बाद वो ये भी कहते सुनाई दिए कि काटते रहो।
#WATCH | Ahmedabad, Gujarat: On AIMIM chief Asaduddin Owaisi’s reported remark praising beef owner, Union Finance Minister Nirmala Sitharaman says, “His political statements are always indecent. I am not surprised that he passed such statements. His younger brother (Akbaruddin… pic.twitter.com/hwuE9wO0jZ
— ANI (@ANI) April 20, 2024
बीफ मालिक की प्रशंसा करने वाली कथित टिप्पणी पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है, कि ओवैसी के राजनीतिक बयान हमेशा अशोभनीय होते हैं। मुझे आश्चर्य नहीं है कि उन्होंने ऐसा बयान दिया। उनके छोटे भाई विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी भी इस तरह के अतिवादी बयान देने में माहिर हैं, इसलिए मुझे कोई आश्चर्य नहीं है। वहीं इस मामले में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवेसी को लोकसभा चुनाव में टक्कर दे रहीं बीजेपी उम्मीदवार माधवी लता ने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि असदुद्दीन ओवेसी बैरिस्टर कैसे बन गए। वह पर्सनल लॉ के बारे में बात करते रहते हैं।
#WATCH | Hyderabad, Telangana: On AIMIM chief Asaduddin Owaisi’s reported remark praising beef owner, BJP Lok Sabha candidate Madhavi Latha says, “I don’t understand how Asaduddin Owaisi became a barrister. He keeps talking about personal law. According to personal law, a ‘Fatwa’… pic.twitter.com/D1TbtMVHGw
— ANI (@ANI) April 20, 2024
माधवी कहती हैं पर्सनल लॉ के मुताबिक, ‘फतवा’ कुछ होता है, जिसका पालन सभी को करना होगा। जब फतवा है कि गोमांस नहीं खाना चाहिए, तो वह फतवे के खिलाफ कैसे जा रहे हैं। इसका मतलब है कि वह अपने धर्म का सम्मान नहीं करते हैं। क्या एक मुसलमान का जीवन ऐसा है कि यह गोमांस काटने और खाने के इर्द-गिर्द घूमता है? आप इस पर वोट मांग रहे हैं? वह मुसलमानों के जीवन को इतना छोटा क्यों बना रहे हैं? उन्हें शिक्षा प्राप्त करने और देश के लिए कुछ बनने की बात करनी चाहिए। गोमांस काटने का क्या मतलब है? क्या उन्हें वोट मांगने के लिए कुछ और नहीं मिला? यह मेरे लिए आश्चर्य की बात है।