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Friday Riots: यूपी में शुक्रवार को हुई हिंसा में दंगाइयों ने बच्चों को रखा था आगे, पुलिस ने अब तक 136 को पकड़ा

prayagraj riot

लखनऊ। सीएए बिल के कानून बनने के बाद दिल्ली समेत अन्य जगह जहां भी विरोध-प्रदर्शन और हिंसा हुई थी, वहां महिलाओं को आगे रखा गया था। शुक्रवार को यूपी के जिन शहरों में नूपुर शर्मा की पैगंबर पर विवादित टिप्पणी के खिलाफ हिंसा हुई, वहां दंगाइयों ने बच्चों को आगे कर दिया। बच्चे सबसे ज्यादा नारेबाजी और पथराव करते देखे गए। बड़े उनसे पीछे थे। यहां तक कि 8 साल तक के बच्चे भी प्रयागराज में पथराव और नारेबाजी में शामिल रहे। वहीं, हिंसा के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ की सख्ती बरतने के निर्देश पर पुलिस ने दंगाइयों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया। देर रात तक यूपी के अलग-अलग जिलों से 136 दंगाई गिरफ्तार किए जा चुके थे।

शुक्रवार को हुई हिंसा में छोटे बच्चों को आगे करके पथराव और नारेबाजी कराने के इस खेल का खुलासा प्रयागराज के एडीजी प्रेम प्रकाश ने किया। उन्होंने मीडिया को बताया कि बच्चों को आगे रखकर हिंसा की गई। बच्चों से न सिर्फ नारेबाजी कराई गई, बल्कि उन्हें हाथों में पत्थर भी दिए गए। तमाम वीडियो में भी दिखा कि बच्चे नूपुर के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे, वहीं, बाद में गलियों से निकलकर वे पथराव भी कर रहे थे। पुलिस मान रही है कि बच्चों के जरिए पथराव इसलिए कराया गया, ताकि पुलिस सख्त कदम उठाने से हिचके। ठीक इसी तरह सीएए विरोधी प्रदर्शनों और हिंसा के दौरान भी महिलाओं को दंगाइयों ने आगे कर दिया था।

प्रयागराज और सहारनपुर समेत कई जगह हिंसा के बाद सीएम योगी ने बैठक कर अफसरों को हिंसा करने वालों से निपटने की खुली छूट दी। इसके बाद पुलिस की कार्रवाई और तेज हुई। देर रात तक 136 बलवाई गिरफ्तार कर लिए गए। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि सहारनपुर से 45, प्रयागराज से 37, हाथरस से 20, मुरादाबाद से 7, फिरोजाबाद से 4 और अंबेडकरनगर से 23 लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। उन्होंने कहा कि इन सभी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून NSA के तहत कार्रवाई करते हुए प्रॉपर्टी सीज की जाएगी।

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