News Room Post

Delhi: केजरीवाल की खुली पोल, रैली में पैसे देकर बुलाए मज़दूर!, लोग बोले-कर दो चुपचाप पेमेंट, नहीं तो पब्लिक बहुत मारेगी

नई दिल्ली। दिल्ली (Delhi) की केजरीवाल सरकार (Kejriwal Govt) की एक बार फिर पोल खुल गई है। दरअसल आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal)ने बुधवार को शालीमार बाग में रोड शो किया। इस रोड शो में हजारों लोग शामिल हुए। लेकिन सबसे बड़ी बात यह रही कि अरविंद केजरीवाल की इस रैली में भीड़ जुटाने के लिए मज़दूर को पैसे देकर बुलाया गया था। अब इसका वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि आम आदमी पार्टी ने अपनी रैली में भीड़ को इकट्ठा करने के लिए 500-500 रुपये देकर मज़दूर बुलाए थे। हालांकि इस वीडियो की पुष्टि हम नहीं करते हैं।

इतना ही नहीं वीडियो में देखा जा सकता है कि रैली में जिन मज़दूर को बुलाया गया था उनको पैसे भी नहीं दिए गए। जिसके बाद मज़दूर का गुस्सा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर फूट पड़ा। वायरल हो रहे 44 सेकंड के इस वीडियो में मज़दूरों को ये कहते सुना जा सकता है कि 500-500 रुपये देकर बुलाया, लेकिन पैसे भी नहीं दिए गए।

वहीं वीडियो सामने आने के बाद केजरीवाल सरकार की जमकर फजीहत हो रही है। एक यूजर ने अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए लिखा, कर दो चुप चाप पेमेंट, नहीं तो पब्लिक बहुत मारेगी। एक अन्य यूजर ने लिखा, अरविंद केजरावील पैसे दे दो, गरीबो की बद्दुआ लगेगी।

देखिए किस तरह लोगों ने केजरीवाल सरकार को निशाने पर लिया है..

 

इसके अलावा कोविड महामारी के बीच केजरीवाल की इस रैली में कोरोना से जुड़े नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। ना सोशल डिस्टेंसिंग जैसी कोई चीज दिखी और ना ही लोगों ने मास्क लगाया। एक तरफ जहां सीएम केजरीवाल जो कि लगातार लोगों से अपील करते रहे हैं कि कोरोना को हराना है लेकिन उनके ही रोड शो में कोरोना से जुड़े नियमों की धज्जियां उड़ाई गई।

भीड़ जुटाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पर हमेशा हमला बोलने वाले अरविंद केजरीवाल ने खुद के रोड शो में भीड़ देखकर अपने संबोधन के शुरुआत में कहा कि दिल्ली से कोरोना खत्म हो गया है। दिल्ली वालों ने कोरोना वायरस को ठीक कर दिया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि ये हमारा उत्साह है जिसके चलते मास्क नहीं लगाया। तो वहीं किसी का कहना है कि कोरोना नहीं है अब खत्म हो गया। कोई कोरोना नहीं बचा।

Exit mobile version