News Room Post

Sonia Gandhi: कांग्रेस जिस मोदी सरकार पर लगाती है अघोषित आपातकाल का आरोप, उसी के राज में सोनिया ने लिखा विरोध में लंबा-चौड़ा लेख

soniya gandhi

नई दिल्ली। एक तरफ कांग्रेस के नेता और राहुल गांधी लगातार आरोप लगाते हैं कि देश में मोदी सरकार ने अघोषित आपातकाल लगा रखा है। मीडिया की आवाज दबाई जा रही है। वहीं, राहुल की मां और कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी ने अंग्रेजी अखबार द हिंदू में मोदी सरकार पर तगड़ा हमला बोला है। विपक्ष की तरफ से मोदी सरकार पर लगातार ये हमला बोला जा रहा हैं कि वह केंद्र की एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही हैं और विपक्ष को अपना निशाना बना रही हैं। वहीं इस पर अब सोनिया गांधी ने भी मोदी सरकार पर आरोप लगाए हैं उन्होंने अपने लेख द्वारा कहा कि संसद में विपक्ष की आवाज दबाने, एजेसियों का दुरुपयोग,  मीडिया पर दबाव बनाने, न्यायपालिका की विश्वसनीयता को कमजोर करने का प्रयास करने किया जा रहा हैं। यही नहीं सोनिया गांधी ने किसान के मुद्दे और बेरोजगारी को लेकर भी मोदी सरकार पर आरोप लगाया हैं। तो चलिए जानते हैं कि कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी ने मोदी सरकार को किन-किन चीजों को लेकर घेरा हैं।

बीजेपी ने संसद में मुद्दे उठाने से रोका-

सोनिया गांधी ने अपने लेख में संसद में हो रही पिछली घटनाओं का जिक्र करते हुए लिखा पिछले महीनों हमने देखा कि मोदी सरकार ने दे कैसे संसद में किसी भी काम को ठीक तरीके से नहीं होने दिया।। विपक्ष का घेरने के लिए बीजेपी ने कोई कसर नहीं छोड़ी। विपक्ष के भाषणों को हटाना, चर्चा को रोकना, संसद सदस्यों पर हमला करना ये सब किया। इसके अलावा सरकार ने ईडी और जांच एजेंसियों का भी दुरुपयोग किया। कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि अधिकांश विपक्षी मामले विपक्ष के खिलाफ ही क्यों दायर हुए। साथ ही सोनिया ने कहा कि जो लोग दूसरी पार्टी से जाकर बीजेपी में शामिल हुए उनके खिलाफ सारे केस गायब हो गए।

सोनिया गांधी ने अपने लेख में मेहुल चौकसी और बिलकिस बानो का भी जिक्र किया और कहा की इन वित्तीय आरोपियों को प्रधानमंत्री नजर अंदाज करते हैं साथ ही बिलकिस बानो के रेप के दोषियों को छोड़ दिया जाता हैं। इसके अलावा मीडिया की स्वतंत्रता के साथ भी खिलवाड़ किया गया हैं। टीवी चैनलों में होने वाले डिबेट स्लैंगिग मैच की तरह हो गए हैं जिसमें सरकार पर सवाल उठाने वालों को शांत होने के लिए कहा जाता हैं। मोदी सरकार का इससे भी मन नहीं भरा तो सूचना प्रौद्योगिकी नियमों में संशोधन करके कानूनी तौर पर खुद को और सशस्त्र बना लिया अब किसी भी ऐसी खबर को जो उन्हें नहीं पसंद हैं उसे फेक न्यूज का लेबल दे दिया जाता हैं।

कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया ने आगे लिखा कि चुप रहने से कुछ नहीं होने वाला हैं। वित्तिय मंत्री ने बजट सत्र में सबसे अहम मुद्दा बेरोजगारी और महंगाई पर कोई चर्चा ही नहीं की, ऐसा लग रहा हैं कि जैसे ये समस्या तो उनके लिए समस्या की श्रेणी में नहीं आते हैं। सोनिया गांधी ने आगे कहा कि उनकी चुप्पी महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रहे उन करोड़ों लोगों की सहायता नहीं करेगी। किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने वाले वादे पर फेल हु प्रधानमंत्री ने बड़े आराम से चुप्पी साध ली।

Exit mobile version