बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने 5 वादे किए थे। इनमें 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का वादा भी था। कर्नाटक में सरकार बनने के बाद सीएम सिद्धारामैया ने कैबिनेट की बैठक में 5 वादे पूरे करने की मंजूरी दी थी। अब खबर ये है कि 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली के बाद जो भी बिजली लोग खर्च करेंगे, उसके लिए ज्यादा पैसे चुकाने होंगे। यानी आम लोगों से ही ज्यादा पैसे लेकर कर्नाटक की कांग्रेस सरकार अपनी गृह ज्योति योजना के लिए धन जुटाने की तैयारी कर रही है। बीजेपी ने इस मामले में कांग्रेस पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है।
After promising free electricity to Kannadigas, electricity prices in Karnataka hiked by Rs 2.89 per unit.
Watch as @dpkBopanna & @DSKTweeets share more details with @prathibhatweets & @Swatij14. pic.twitter.com/DpaDAppnXh
— TIMES NOW (@TimesNow) June 6, 2023
ताजा जानकारी के मुताबिक 200 यूनिट से ज्यादा बिजली खर्च करने पर अब कर्नाटक के लोगों को प्रति यूनिट के लिए 2.89 रुपए ज्यादा चुकाने होंगे। इसके अलावा मुफ्त बिजली की इस योजना में एक पेच और भी है। इसके लिए कर्नाटक सरकार ने एक साल का एवरेज निकालने का भी फैसला किया है। ऐसे में तमाम लोगों को मुफ्त बिजली की ये सुविधा शायद ही हासिल हो सकेगी। कर्नाटक सरकार ने पहले ही कह दिया है कि उसके सत्ता संभालने के पहले जो भी बिजली बिल बकाया है, उसे जनता को हर हाल में चुकाना होगा।
Karnataka Congress ka dhokha
Remember the “Gruha Jyoti” scheme promise of 200 units free electricity Congress had promised to people of Karnataka
Forget free electricity – Congress has allowed the raising of power tariffs
1) Power bills for Bescom consumers to be up by… pic.twitter.com/3ErQXOQZeD
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) June 6, 2023
कर्नाटक सरकार के मुफ्त बिजली के लिए यूनिट की कीमत बढ़ाने के फैसले पर बीजेपी हमलावर हो गई है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इस फैसले को कांग्रेस का धोखा बताया है। उन्होंने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस ने 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त करने का वादा किया था, लेकिन वहां भी लोगों को सत्ता में आने के बाद धोखा दिया। राजस्थान में किसानों की कर्जमाफी न होने का मुद्दा भी शहजाद पूनावाला ने उठाया है। उन्होंने ये सवाल भी पूछा है कि राहुल गांधी से क्या मीडिया इस बारे में पूछेगा?