नई दिल्ली। जहां एक तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ने की दिशा में देश का कोना-कोना छान मारने में व्यस्त हैं, तो वहीं दूसरी तरफ उनकी पार्टी कांग्रेस में टूट अब अपने चरम पर पहुंच चुकी है। राजस्थान से लेकर गुजरात में तक में कांग्रेस की स्थिति विकट हो चुकी है। ताजा मामला गुजरात से प्रकाश में आया है, जहां पर कांग्रेस के एक या दो नहीं, बल्कि 50 से ज्यादा नेताओं ने हाईकमान को इस्तीफा थमाया दिया है, जिससे साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस की दुर्गति अब अपने चरम पर पहुंच चुकी है। उंझा उमिया माताजी संस्थान स्वागत समिति के अध्यक्ष, उंझा नगर प्राथमिक शिक्षा समिति के अध्यक्ष दशरथ भाई पटेल ने पार्टी से रूखसत हो चुकी हैं।
माना जा रहा है कि वे पिछले कई दिनों से पार्टी आलाकमान से खफा थीं। जिसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने उपरोक्त कदम उठाया है। उधर तालुका की पूर्व पंचायत अध्यक्ष शांताबेन पटेल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। पूर्व जिला पंचायत प्रतिनिधि महेश चौधरी भी पार्टी से रूखसत हो चुके हैं। अब ऐसी स्थिति में कांग्रेस से मोहभंग हो चुके इन नेताओं का अगला कदम क्या रहता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। हालांकि, सियासी पंडितों की मानें इनमें से कई विधायक बीजेपी के खेमे में शामिल हो सकते हैं। यकीन मानिए, अगर ऐसा हुआ तो ये देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के लिए किसी सदमे से कम नहीं होगा। बहरहाल, इन तमाम उथल-पुथल के बीच देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस का अगला कदम क्या होता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
वहीं, सत्तारूढ़ दल बीजेपी की स्थिति की बात करें तो बीजेपी पिछले 27 सालों से सत्ता की कुर्सी पर विराजमान हैं। उधर, आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी भी एक्शन मोड में चुकी है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी की सक्रियता भी अपने चरम पर पहुंच चुकी है। अब ऐसी स्थिति में राज्य में कांग्रेस समेत अन्य दलों की सियासी स्थिति कैसी रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से बड़ा झटका