नई दिल्ली। गुरुवार को धन शोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के देशभर के 26 ठिकानों पर छापेमारी की। बता दें कि ED ने दिल्ली और केरल सहित 8 राज्यों में यह छापेमारी की। इस छापेमारी में कुछ बरामद हुआ या नहीं, इसकी कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आ सकी है। ईडी ने केरल में पीएफआई के अध्यक्ष ओ. एम. अब्दुल सलाम और अन्य के ठिकानों पर छापेमारी की है। छापेमारी के ठिकानों की बात करें तो ईडी ने पीएफआई के चेन्नई में 3 जगह, मदुरै में एक जगह और तेनकासी में भी एक जगह छापेमारी की है। इतना ही नहीं ईडी ने दिल्ली और केरल में भी पीएफआई के अधिकारियों के आवासों पर रेड डाली। बता दें कि ईडी की इस कार्रवाी को लेकर पीएफआई ने निंदा की है। उसका कहना है कि PFI द्वारा केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ उठाई गई आवाज को लेकर यह बदले की कार्रवाई है।
वहीं पीएफआई के चेयरमैन ओ. ए ए. सलाम ने इस छापेमारी पर एक ट्वीट किया। जिसमें लिखा कि, ‘किसानों के मुद्दे से ध्यान हटाने और बीजेपी सरकार की विफलता को छिपाने को लेकर ईडी ने पीएफआई नेताओं के घरों पर छापेमारी की है। यह एक तरीके का जघन्य प्रयास है। यह संस्थाओं का राजनीतिक फायदे के लिए उपयोग करना का एक और उदाहरण है। इस तरह की कार्रवाइयां हमें न्याय के लिए बढ़ती आवाज से नहीं रोक सकती हैं और ना ही अधिकारों के लिए लोकतांत्रिक लड़ाई को कमजोर कर सकती हैं।’
#ED conducts searches in #PFI leaders’ houses. Heinous attempt to divert the #FarmersIssue and hide failure of #BjpGovt. Another exmaple of using const institutions as political tools. Such actions can’t stop us from rising voice for justice or weaken democratic fights for rights
— O M A Salam, Chairman PFI (@oma_salam) December 3, 2020
बता दें कि आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केरल में पीएफआई के अध्यक्ष ओ एम अब्दुल सलाम और उसके राष्ट्रीय सचिव नसरुद्दीन एलाराम के परिसरों पर धन शोधन मामले की जांच के तहत छापा मारा। उन्होंने कहा कि इस मामले में राज्य के मलप्पुरम और तिरुवनंतपुरम जिलों में भी तलाशी ली जा रही है। धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत यह कार्रवाई की जा रही है।
गौरतलब है कि केरल स्थित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े कुछ और परिसरों की खोज की जा रही है, लेकिन इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है। PFI का गठन 2006 में केरल में नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट (NDF) के उत्तराधिकारी के रूप में हुआ था। पीएफआई और सलाम ने अतीत में किसी भी तरह के गलत काम करने से इनकार किया है।