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ED’s Action: शरद पवार के सहयोगी के पास से ED ने बरामद किए 1 करोड रुपए नगद, 25 करोड रुपए के सोना और आभूषण भी मिले

नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के पूर्व कोषाध्यक्ष ईश्वरलाल जैन से जुड़े परिसरों पर अपनी हालिया तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में संपत्ति जब्त करने की घोषणा की है। यह ऑपरेशन, बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच का हिस्सा है, जिसमें 1.1 करोड़ रुपये नकद और 39 किलोग्राम सोने-हीरे के आभूषण जब्त किए गए, जिनकी अनुमानित कीमत 25 करोड़ रुपये है।

शरद पवार के जाने माने सहयोगी और पूर्व सांसद ईश्वरलाल जैन को ईडी की जांच का सामना करना पड़ा क्योंकि उनकी टीमों ने जलगांव, नासिक और ठाणे में 13 स्थानों पर तलाशी ली। तलाशी में कई सबूत मिले, जिनमें मोबाइल फोन से प्राप्त दस्तावेज़ भी शामिल हैं, जो लक्ज़मबर्ग स्थित इकाई से 50 मिलियन यूरो के चौंका देने वाले प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्रस्ताव की ओर इशारा करते हैं। यह प्रस्ताव जैन के बेटे मनीष के नियंत्रण वाली एक रियल एस्टेट कंपनी से जुड़ा था।

ईडी के प्रयास यहीं नहीं रुके, वे राजमल लखीचंद समूह के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा करने में भी कामयाब रहे। इस समूह के पास 60 से अधिक संपत्तियां पाई गईं, जिनका सामूहिक मूल्य 50 करोड़ रुपये से अधिक था। इसके अलावा, एजेंसी ने जलगांव में स्थित दो बेनामी संपत्तियों का भी खुलासा किया। जैन के मामलों की जांच में जटिल वित्तीय पैंतरेबाज़ी का पता चला, जिसमें राजमल लखीचंद समूह से जुड़ी संस्थाओं को शामिल करते हुए जटिल बिक्री-खरीद लेनदेन के माध्यम से ऋण दिए गए थे। इन लेनदेन से प्राप्त धनराशि को बाद में प्रवर्तकों द्वारा अचल संपत्तियों में निवेश किया गया।

 

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