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दिल्ली के चांदनी चौक में हनुमान मंदिर तोड़ने पर बवाल, VHP का प्रदर्शन, AAP सरकार पर सवाल

Chandani Chowk hanuman temple

नई दिल्ली। दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित एक हनुमान मंदिर जोकि सैंकड़ों साल पुराना था उसे पुनर्विकास योजना के तहत तोड़ दिया गया है। इसको लेकर अब दिल्ली में शासन कर रही आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। बता दें कि इस सैकड़ों साल पुराना मंदिर तोड़े जाने को लेकर दोनों पार्टियों के बीच घमासान जारी है। बता दें कि आम आदमी पार्टी का आरोप है कि उत्‍तरी दिल्‍ली नगर निगम (NDMC) की ओर से की गई कार्रवाई की गई है जोकि बीजेपी के अधीन है। दरअसल दिल्‍ली हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए इस मंदिर पर आप (AAP) ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) इतनी गिरी हुई राजनीति कर रही है। प्राचीन हनुमान मंदिर जो हजारों सालों से वहां पर है, वहां हनुमान जी की पूजा होती है। बीजेपी शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने हनुमान मन्दिर (Hanuman Temple) तोड़ा है।

केजरीवाल की पार्टी आप ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने इस मंदिर तोड़ने की कार्रवाई की है, इस पर बीजेपी का शासन है। वहीं कोर्ट का हवाला देते हुए आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि ‘कोर्ट में उनका हलफनामा पढ़ लीजिए। एमसीडी ने कोर्ट में दिए अपने हलफनामे में लिख कर दिया है कि हम मंदिर तोड़ने को तैयार हैं। उसमें एमसीडी का साइन है। उन्होंने कहा कि ‘आम आदमी पार्टी के लोग घटनास्‍थल पर सुबह से बारिश के बीच धरने पर बैठे हुए हैं, और मंदिर तोड़ने का विरोध कर रहे हैं। पुलिस की वजह से उनके पास कोई जा नहीं पा रहा है’

हालांकि आम आदमी पार्टी के आरोपों के बीच उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर ने दिल्ली सरकार पर मंदिर तोड़ने का आरोप लगाया। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर जय प्रकाश ने कहा कि चांदनी चौक का पुनर्विकास दिल्ली सरकार द्वारा किया जा रहा है उसके तहत दिल्ली सरकार (Delhi Government) कोर्ट गयी जिसमें अतिक्रमण हटाने की सिफारिश की थी।

उन्होंने कहा कि, इस वजह से निगम और मेयर ने सीएम (CM Delhi) को मंदिर शिफ्ट करने या वहीं पर रखे जाने के बाबत चिट्ठी भी लिखी लेकिन दिल्ली सरकार ने इसपर कोई संज्ञान नहीं लिया। इसके उलट दिल्ली सरकार के वकीलों ने कोर्ट में इस मामले में तेज़ी करने की बात कही। इसमें तीन बार कोर्ट के आदेश पर स्टे लिया गया। अब आप उल्टा बीजेपी पर आरोप लगा रही है।

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