नई दिल्ली। इंडिया ब्लॉक में शामिल दलों के बीच मनमुटाव की खबरों ने पहले ही कई तरह के राजनीतिक कयासों को हवा दे रखी है, ऐसे में अब विपक्ष के कुछ नेताओं द्वारा आरएसएस की तारीफ करना चर्चा का विषय बना हुआ है। महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल शरद पवार ने एक कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के विधानसभा चुनाव परिणाम का जिक्र करते हुए आरएसएस की प्रशंसा की। वहीं इसी गठबंधन की में शामिल उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी के सांसद संजय राउत ने भी आरएसएस की सराहना की है।
शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जो इतनी सीटें जीतीं उसके पीछे आरएसएस का बहुत बड़ा हाथ है। आएसएस कारसेवकों ने चुनाव में घर-घर जाकर खूब काम किया। संगठन स्तर पर भी मजबूती से रणनीति के तहत चुनाव को लेकर प्लानिंग की गई जिसका नतीजा महायुति की जीत के रूप में सबसे सामने है। वहीं शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए आरएसएस के संदर्भ में ऐसा ही बयान दिया। उन्होंने भी महाराष्ट्र में बीजेपी की जीत का श्रेय आरएसएस को दिया। अभी हाल ही में शिवसेना यूबीटी के मुख पत्र में प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तारीफ की गई थी।
उद्धव ठाकरे के विधायक बेटे आदित्य ने भी फडणवीस की तारीफ पर कहा था कि जो भी अच्छा करे उसकी तारीफ होनी चाहिए। कुछ दिन पहले खुद उद्धव ठाकरे गुलदस्ता लेकर फडणवीस से मिलने गए थे। उधर कुछ दिनों से ऐसी चर्चा है कि महायुति में शामिल अजित पवार और उनके चाचा शरद पवार के बीच सुलह हो सकती है और दोनों नेता तथा एनसीपी फिर से एक हो सकती है। इन सब चर्चाओं के बीच सवाल यह उठता है कि कहीं उद्धव ठाकरे और शरद पवार का हृदय परिवर्तन तो नहीं हो रहा? क्या इसीलिए ये आरएसएस और बीजेपी की तारीफ कर रहे हैं?