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Ajit Pawar On Sharad Pawar: ‘बुजुर्गों के अपमान का इरादा नहीं लेकिन…’, अजित पवार ने चाचा शरद पवार से अलग होने की बताई वजह

मुंबई। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार से एनसीपी छीन ली। चाचा से बगावत कर अपने साथ सांसद और विधायकों का बड़ा खेमा लेकर अजित पवार अलग हुए थे। अजित पवार ने पहले कई बार शरद पवार की उम्र वगैरा को लेकर बयान दिया था। उन्होंने ये भी कहा था कि पार्टी का नेतृत्व युवा हाथों में जाना जरूरी था। अब अजित पवार ने ताजा बयान जारी किया है। अजित पवार ने बताया है कि अपने चाचा शरद पवार से वो आखिर अलग क्यों हुए।

अजित पवार ने जो बयान जारी किया है, उसमें कहा है कि वो बुजुर्गों (शरद पवार) के अपमान का कोई इरादा नहीं रखते। उन्होंने कहा है कि विचारधारा और उद्देश्य से समझौता किए बगैर विकास के कार्यों को पूरा कराने की खातिर उन्होंने अपने लिए ये कदम चुना। अजित पवार ने बयान में पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की तारीफ भी की है। अपने बयान में अजित पवार ने कहा है कि पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में देश में हो रहे विकास के कार्य बहुत जरूरी है। उन्होंने मोदी और शाह की तारीफ करते हुए लिखा है कि दोनों में नेतृत्व की क्षमता और सही फैसले लेने के गुण हैं। अजित पवार के मुताबिक मोदी और अमित शाह के कामकाज के तरीके से उनका तरीका भी मेल खाता है।

अजित पवार की तरफ से ताजा बयान उन चर्चाओं के बाद जारी हुआ है, जिसके तहत अजित अपनी पत्नी को बारामती लोकसभा सीट से शरद पवार की बेटी यानी अपनी चचेरी बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ उतारने की तैयारी में हैं। अजित पवार के गुट को चुनाव आयोग और महाराष्ट्र के विधानसभा स्पीकर ने असली एनसीपी करार दिया है और पार्टी का घड़ी चुनाव चिन्ह भी सौंपा है। शरद पवार गुट ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है, लेकिन जिस तरह 40 से ज्यादा विधायकों और कई सांसदों का साथ अजित पवार के साथ है, उससे लगता नहीं कि शरद पवार को एनसीपी छिनने के मामले में कोई तात्कालिक राहत मिल सकेगी।

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