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कोरोना के आंकड़े छिपाना ममता दीदी को पड़ा भारी, पिछले 24 घंटे में राज्य में 98 मरीजों की मौत

कोलकाता। कोरोनावायरस और लॉकडाउन के बीच भी सियासी खींचतान देश के अलग अलग हिस्सों में दिख रही है। कहीं प्रवासी मजदूरों से ट्रेन का किराया वसूले जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं तो उन आरोपों पर पलटवार की राजनीति, तो कहीं कोरोना के आंकड़ों को लेकर। ऐसी ही एक सियासी तनातनी पश्चिम बंगाल सरकार की कोरोना वायरस के आंकड़ों पर केंद्र से तनातनी चल रही है। इस बीच राज्य की ममता बनर्जी सरकार ने कोरोना पर तीन दिन बाद आंकड़े जारी किए।

ममता सरकार ने माना है कि कोरोना मरीजों का डेटा इकट्ठा करने के तरीके में चूक हुई है। लेकिन अब संक्रमण के मामलों को छुपाना पश्चिम बंगाल सरकार को अब भारी पड़ रहा है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि बीते 24 घंटे में देश में कोरोना संक्रमण से हुई 195 मौतों में से रिकॉर्ड 98 डेथ सिर्फ पश्चिम बंगाल में हुई हैं।

बता दें कि कुछ दिन पहले ही केंद्र की टीमों को निरीक्षण करने से बंगाल में स्थानीय प्रशासन ने रोक दिया था। आंकड़ों के मुताबिक देशभर में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 3900 नए मामले सामने आए हैं। जिनमें से 1567 केवल महाराष्ट्र से हैं। यानी देश के 2 राज्यों ने संक्रमण के लिहाज से देश के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर कर दी। यदि बीते 24 घंटे में देशभर के राज्यों का आकलन करें तो सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले 6 राज्यों में सामने आए हैं इनमें महाराष्ट्र सबसे टॉप पर है।

पिछले 24 घंटों के आंकड़े
– महाराष्ट्र में 1567 नए मामले
– तमिलनाडु में 527 नए मामले
– गुजरात में 376 नए मामले
– दिल्ली में 349 नए मामले
– पश्चिम बंगाल में 296 नए मामले
– राजस्थान में 175 नए मामले

यानी बीते 24 घंटे इन 6 राज्यों में कोरोना के 3290 नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ मौतों के आंकड़ों को देखें तो पश्चिम बंगाल इसमें सबसे टॉप पर है। बीते 24 घंटे में कोरोना से देश में 195 लोगों की मौतें हुई हैं इनमें से 98 सिर्फ और सिर्फ बंगाल में ही हुईं। ममता सरकार केंद्र सरकार से आंकड़े छिपा रही हैं या नहीं इसको लेकर केंद्र और राज्य के बीच तनातनी का माहौल दिख रहा है।

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