नई दिल्ली। दिल्ली से सटे गाजियाबाद (Ghaziabad) के मुरादनगर (Muradnagar) के श्मशान में हुए हादसे का मुख्य आरोपी अजय त्यागी (Ajay Tyagi) आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी ठेकेदार अजय त्यागी को सोमवार देर रात पुलिस के हत्थे चढ़ा। अजय त्यागी हादसे के बाद से ही फरार था। बता दें कि गिरफ्तारी से महज कुछ घंटे पहले गाजियाबाद पुलिस ने आरोपी अजय त्यागी पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। इससे पहले सोमवार को ईओ निहारिका, सुपरवाइजर आशीष और जेई चंद्रपाल को गिरफ्तार किया गया था। गौरतलब है कि इस हादसे में 24 लोगों की मौत हो गई थी।
गाजियाबाद एसएसपी ने बताया कि मामले में मुख्य ठेकेदार को (जिस पर कल शाम 25 हज़ार का इनाम रखा गया था) देर रात्रि में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। इससे पूछताछ की जा रही है। कठोरतम दण्डात्मक कार्रवाई के लिए सभी टीमों को अवगत करा दिया गया है।
मामले में मुख्य ठेकेदार को (जिस पर कल शाम 25 हज़ार का इनाम रखा गया था) देर रात्रि में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। इससे पूछताछ की जा रही है। कठोरतम दण्डात्मक कार्रवाई के लिए सभी टीमों को अवगत करा दिया गया है: मुरादनगर में 3 जनवरी को छत गिरने की घटना पर SSP, गाज़ियाबाद pic.twitter.com/0S5vW7dETZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 5, 2021
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुरादनगर हादसे में पीड़ित के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की और आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम लगाने का आदेश दिया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुरादनगर हादसे में पीड़ित के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की और आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम लगाने का आदेश दिया। (फाइल तस्वीर) pic.twitter.com/njURX5j5g6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 5, 2021
मुरादनगर की घटना से मुख्यमंत्री योगी बेहद नाराज
हादसे के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) अफसरों से बेहद नाराज हैं। सीएम योगी ने मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। कमिश्नर और गाजियाबाद के डीएम समेत कई बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है। इतना ही नहीं मुरादनगर की घटना से नाराज सीएम योगी ने सोमवार को अधिकारियों की जमकर क्लास भी लगाई।
घटना को अफसरों की गंभीर लापरवाही करार देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस तरह की लापरवाही अक्षम्य है। ऐसे अपराध करने वाले अफसरों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।