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जब गलवान घाटी के घायल वीर जवानों से मिलने अस्पताल पहुंचे पीएम मोदी, देखिए फिर क्या हुआ

नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच सीमा को लेकर विवाद हाल के दिनों में काफी बढ़ गया है। 15 जून की रात को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प में भारतीय पक्ष के 20 जवान शहीद हुए थे। चीन ने इस झड़प में अपने हताहत सैनिकों की अभी तक कोई जानकारी साझा नहीं की है। वहीं आज अचानक खबर आई की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लेह पहुंच गए हैं। वहां पहुंचकर पीएम ने पहले तो वहां पर पैदा हुए हालात की समीक्षा की सेना के अधिकारियों से पूरी हालात का जायजा लिया और उसके बाद वह घायल जवानों से मिलने अस्पताल पहुंचे। प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी यहां उस अस्पताल में पहुंचे जहां इन सैनिकों का इलाज चल रहा है। इस दौरान उन्होंने सैनिकों से बात की और उनका मनोबल बढ़ाया।

अस्पताल पहुंचकर उन्होंने घायल जवानों से कहा कि मेरे जैसे 130 करोड़ देशवासी आपके प्रति बहुत गर्व महसूस करते हैं। आपका साहस, शौर्य हमारी नई पीढ़ी को प्रेरणा दे रहा है। आपका ये पराक्रम, ये शौर्य, हमारे देशवासियों को आने वाले कई वर्षों तक प्रेरणा देता रहेगा।

प्रधानमंत्री ने इस झड़प में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, जो वीर शहीद हुए वो हमें बिना किसी कारण के छोड़कर नहीं गए, आप सबने (चीन की सेना को) उचित जवाब दिया। देश की सीमा की सुरक्षा के लिए आपकी बहादुरी और जो खून आपने बहाया वह हमारे युवाओं को और देशवासियों को कई पीढ़ियों तक प्रेरित करता रहेगा।

प्रधानमंत्री ने सैनिकों से बात करते हुए कहा, आप बहादुरों द्वारा दिखाई गई वीरता के बारे में दुनिया के लिए एक संदेश गया है। जिस तरह आप उनके सामने (चीनी सैनिकों) खड़े हुए दुनिया जानना चाहती है कि ये बहादुर जवान कौन हैं? इन्हें किस तरह का प्रशिक्षण मिला है? इनका बलिदान क्या है? दुनिया आपकी बहादुरी पर चर्चा कर रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा, हमारा देश किसी भी स्थिति में कभी भी नहीं झुका है और हम दुनिया की किसी भी शक्ति के आगे झुकने वाले नहीं हैं। मैं आपके साथ-साथ उन माताओं को भी सम्मान देता हूं जिन्होंने आप जैसे बहादुरों को जन्म दिया। मैं उम्मीद करता हूं कि आप सब जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाएं।

आगे पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज आपको प्रणाम करने आया हूं। आपको देखकर एक प्रेरणा लेकर जाऊंगा। हम दुनिया के किसी देश के सामने न झुकें है और न कभी झुकेंगे। ये बात मैं आप जैसे पराक्रमी, वीर साथियों के कारण कह पा रहा हूं। मैं आपको तो प्रणाम करता हूं, साथ ही आपको जन्म देने वाली वीर माताओं को भी प्रणाम करता हूं।उन माताओं पर जितना गर्व करें और सिर झुकाकर नमन करें, उतना ही कम होगा।

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