नई दिल्ली। पंजाब में कब खत्म होगा नशे का कारोबार? पंजाब की जनता अब आप के नए नवेले सीएम से ये सवाल कर रही है? जी हां…पंजाब में आम आदमी पार्टी ने नशे की समस्या का समाधान करने का वादा कर रखा है, लेकिन हाल फिलहाल में जो खबरें सामने आ रही हैं। उनसे पंजाब की जनता खुश नहीं है। तरनतारन में ही कई युवाओं की नशे के ओवरडोज के चलते जान चली गई।अब जनता का गुस्सा फूट रहा है। नशीले पदार्थों के मुद्दे पर किसान नेता दयाल सिंह मियांविंड के नेतृत्व में अलग-अलग गांवों के लोगों ने वेरोवल थाने में धरना दिया। इस धरने में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। यहां शामिल हुईं महिलाओं का कहना है कि पंजाब में अब भी खुलेआम नशीले पदार्थ बेचे जा रहे हैं। लेकिन स्थानीय पुलिस और पंजाब सरकार नशों की समस्या पर लगाम लगाने में पूरी तरह विफल है।
पंजाब में नशे की चपेट में युवा इस कदर डूब चुके है कि वो घर के बर्तन बेचकर नशीले पदार्थों का सेवन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने पंजाब सरकार और पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर आसपास के गांवों में नशीले पदार्थों का कारोबार नहीं रोका गया तो वे संघर्ष तेज करेंगे। पंजाब में कानून व्यवस्था और नशे की रोकथाम इस वक्त बड़े मुद्दे हैं। तरनतारन में हुए इस विरोध प्रदर्शन को लेकर पुलिस कह रही है कि उन्होंने कुछ लोगों को पकड़ा है। सवाल ये है कि अगर पुलिस ने इतनी गंभीरता से एक्शन लिया है तो लोग फिर क्यों नाराज हैं। जाहिर है लंबे वक्त से पंजाब चिट्टे के दलदल में फंसा है। पहले राहुल गांधी आए थे चिट्टे से निजात का वादा किया। लेकिन पांच साल में नतीजा क्या निकला…सिफर…अब आम आदमी पार्टी की सरकार है। यही दावा इस सरकार ने भी किया है। अगर जल्द ही एक्शन नहीं हुआ तो जनता तेज आंदोलन की चेतावनी दे रही है…दे भी क्यों ना…घर का कमानेवाला नशे की भेंट जो चढ़ रहा है।
इस मौके पर थाना के एसएचओ परमजीत सिंह विरदी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह नशे की रोकथाम के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और कुछ ही दिनों में उन्होंने नशीले पदार्थों के धंधे से जुड़े कई लोगों को पकड़ लिया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोग पुलिस प्रशासन का सहयोग करें और जल्द ही नशा करने वालों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डालेंगे।