नई दिल्ली। कर्नाटक के सीएम पद से सिद्धारामैया को हटाने की अटकलें फिर तेज हुई हैं। इसकी वजह है दिल्ली में होने वाली बैठक। जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी ने बुधवार रात दिल्ली में बैठक के लिए कर्नाटक के सीएम सिद्धारामैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को बुलाया है। चर्चा इसकी है कि सिद्धारामैया को पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व में जिम्मेदारी दी जा सकती है। इसके अलावा सिद्धारामैया को कांग्रेस के ओबीसी प्रकोष्ठ का अध्यक्ष बनाने की भी अटकलें लग रही हैं। हालांकि, बीते दिनों सिद्धारामैया ने डीके शिवकुमार को साथ बिठाकर मीडिया के सामने दावा किया था कि वो पूरे पांच साल सीएम रहेंगे।
एक तरफ राहुल गांधी के बैठक बुलाने की वजह से सिद्धारामैया को हटाने की अटकलों ने जोर पकड़ा है। वहीं, इन अटकलों की वजह कर्नाटक के कांग्रेस विधायक इकबाल हुसैन का ये दावा भी है कि 100 विधायक डीके शिवकुमार के साथ हैं। बीते दिनों कर्नाटक के रंगपुरी मठ के मुख्य संत राजादेशिकेंद्र शिवाचार्य ने भी डीके शिवकुमार को बड़ा पद देने की मांग उठा दी। रंगपुरी मठ के मुख्य संत शिवाचार्य ने कहा कि कर्नाटक में साल 2023 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में डीके शिवकुमार की बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने उम्मीद जताई थी कि डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम से ऊंचा पद दिया जाएगा। डिप्टी सीएम से ऊंचा पद तो सीएम का ही होता है। डीके शिवकुमार अभी डिप्टी सीएम के साथ कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं।
जब साल 2023 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव कांग्रेस जीती थी, तब सबको लग रहा था कि डीके शिवकुमार को ही पार्टी आलाकमान सीएम बनाएगा। उस वक्त ये खबर आई थी कि सिद्धारामैया ने कांग्रेस आलाकमान से ये कहा कि वो अगला चुनाव न लड़कर राजनीति से संन्यास लेंगे। इसलिए उनको सीएम बनाया जाए। वहीं, शिवकुमार के सांसद भाई डीके सुरेश ने कहा था कि ये फॉर्मूला तय हुआ है कि ढाई साल तक सिद्धारामैया सीएम रहेंगे और इसके बाद डीके शिवकुमार को कर्नाटक की सत्ता हासिल होगी। ऐसे में नजर राहुल गांधी की बैठक पर लग गई है कि उसमें क्या इस बारे में फैसला होता है।