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क्या सच में अजीम प्रेमजी ने कोरोना से लड़ने के लिए दिए 50 हजार करोड़? जानिए सच्चाई

नई दिल्ली। शुक्रवार की शाम खबर आई कि टेक की दिग्गज कंपनी विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी ने कोरोना से छिड़ी लड़ाई में 50,000 करोड़ रुपये दान करने का ऐलान किया है। इस खबर को लेकर सोशल मीडिया पर खूब पोस्ट किए गए। लोगों ने अपनी पोस्ट में अजीम प्रेमजी की काफी तारीफ की, लेकिन अब इस खबर को लेकर विप्रो कंपनी ने सच बताया है।

खबर पूरी तरह गलत है

आपको बता दें कि कोरोना से लड़ने को लेकर अजीम प्रेमजी द्वारा 50 हजार करोड़ रुपये दान देने की खबर पूरी तरह से गलत है। विप्रो ने बताया कि करीब एक साल पहले मार्च 2019 में उन्होंने अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के लिए 52750 करोड़ रुपये दान किया था। इसी खबर को सोशल मीडिया पर कोरोना से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

कौन हैं अजीम प्रेमजी?

अजीम प्रेमजी विप्रो के फाउंडर हैं। उन्होंने अमेरिका के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई की है। उन्होंने 1960 में इसका कारोबार संभाला। उस समय इसका टर्नओवर 2 मिलियन डॉलर था जो अब बढ़कर 8.5 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है। इसका कारोबार 58 देशों में फैला हुआ है।

दान देने वाली हस्तियां

फिलहाल कोरोना जैसी महामारी में मदद के लिए कई लोग सामने आ रहे हैं। पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने भी इस महामारी से निपटने के लिए 50 लाख रुपये दान दिए हैं। बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भी 50 लाख रुपये के चावल गरीबों में बांटने का ऐलान किया था। उधर, शटलर पीवी सिंधु ने भी गुरुवार को 10 लाख रुपये की मदद की। इस ओलंपिक मेडलिस्ट ने तेलंगाना और आंध्रप्रदेश सरकार को पांच-पांच लाख रुपये दान में दिए हैं।

युसूफ और इरफान पठान ने बड़ौदा पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को 4000 फेसमास्क दिए हैं जबकि महेंद्र सिंह धोनी ने पुणे में एक चैरिटी के जरिए एक लाख रुपये दिए हैं। पहलवान बजरंग पूनिया और फर्राटा धाविका हिमा दास ने अपना वेतन देने का ऐलान किया है।

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