नई दिल्ली। आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की मुश्किल बढ़ती दिख रही है। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने लालू यादव को फिर पूछताछ के लिए बुधवार को तलब किया है। लालू यादव से ईडी जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में पूछताछ करना चाहती है। जमीन के बदले नौकरी के कथित घोटाला की जांच सीबीआई ने की थी। ईडी ने इससे पहले राबड़ी देवी और बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को समन भेजकर आज पूछताछ के लिए बुलाया था। लालू यादव से ईडी ने पहले भी पूछताछ की थी। अब जांच एजेंसी का कहना है कि नए सबूत मिले हैं और इस सिलसिले में आरजेडी सुप्रीमो से फिर पूछताछ की जानी है।
इस मामले में लालू की पत्नी राबड़ी देवी, बड़ी बेटी मीसा भारती, बेटी हेमा यादव और बेटे तेजस्वी यादव भी आरोपी हैं। सभी को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने जमानत दे रखी है। ईडी ने जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की है। लालू यादव केंद्र में यूपीए सरकार के दौरान रेल मंत्री थे। लालू यादव पर आरोप है कि उस वक्त लोगों की जमीन अपने परिवार के लोगों को दिलाकर उन्होंने रेलवे में नौकरियां बांटीं। इस मामले में सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट पेश कर चुकी है। सीबीआई ने लालू, उनके परिवार के सदस्यों के अलावा रेलवे के कई अफसरों को भी जमीन के बदले नौकरी घोटाला का आरोपी बनाया है। कुल मिलाकर 30 आरोपी हैं।
लालू यादव साल 2004 से 2009 के दौरान केंद्र की यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहे थे। लालू यादव और उनके परिवार का दावा है कि रेलवे में नौकरी के लिए किसी से भी उन लोगों ने जमीन नहीं ली। वहीं, सीबीआई ने कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में दावा किया है कि जमीन देकर नौकरी हासिल करने वाले कई लोगों ने गवाही दी है। 15 मार्च को कोर्ट ने जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में आरोप तय किए थे। अब सबकी नजर इस पर है कि लालू यादव और उनके परिवार के सदस्यों से पूछताछ के बाद ईडी क्या कार्रवाई करती है।