नई दिल्ली। लोकसभा में अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा अपने पहले ही भाषण में आपातकाल की निंदा करना जहां विपक्ष को खल गया है वहीं सत्ता पक्ष द्वारा इसकी सराहना की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ओम बिरला के भाषण की सराहना करते हुए सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा, मुझे खुशी है कि माननीय लोकसभा अध्यक्ष ने आपातकाल की कड़ी निंदा की, उस दौरान हुई ज्यादतियों पर प्रकाश डाला और जिस तरह से लोकतंत्र का गला घोंटा गया, उसका भी जिक्र किया। लोकसभा में 2 मिनट का मौन रखे जाने पर पीएम ने कहा कि आपातकाल दौरान पीड़ित सभी लोगों के सम्मान में मौन खड़े रहना भी एक अद्भुत भाव था।
I am glad that the Honourable Speaker strongly condemned the Emergency, highlighted the excesses committed during that time and also mentioned the manner in which democracy was strangled. It was also a wonderful gesture to stand in silence in honour of all those who suffered…
— Narendra Modi (@narendramodi) June 26, 2024
पीएम मोदी ने कहा कि आपातकाल भले ही 50 साल पहले लगाया गया था लेकिन आज के युवाओं को इसके बारे में जानना ज़रूरी है क्योंकि यह इस बात का एक उपयुक्त उदाहरण है कि जब संविधान को कुचल दिया जाता है, जनता की राय दबा दी जाती है और संस्थानों को नष्ट कर दिया जाता है तो क्या होता है। आपातकाल के दौरान हुई घटनाओं ने उदाहरण दिया कि तानाशाही कैसी होती है।
VIDEO | "Today, we have taken a resolution that the way Constitution was finished during the Emergency, it should not happen again. We are committed towards protecting the Constitution," says Union Minister Kiren Rijiju (@KirenRijiju). pic.twitter.com/EGvNCBGREs
— Press Trust of India (@PTI_News) June 26, 2024
वहीं केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि आज लोकसभा अध्यक्ष की ओर से हमने यह संकल्प लिया है कि जिस तरह आपातकाल के दौरान संविधान को नष्ट किया गया, वैसा दोबारा न हो, हम संविधान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का धन्यवाद देता हूं जिन्होंने सबके मतानुसार यह प्रस्ताव सदन में रखा।
VIDEO | Here's what BJP MP Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) said on election of Om Birla as Lok Sabha Speaker, and his mention of Emergency during the speech. pic.twitter.com/1r9XetvUqW
— Press Trust of India (@PTI_News) June 26, 2024
बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मैं ओम बिरला का अभिनंदन करता हूं जिन्होंने आज संसद में आपातकाल पर प्रस्ताव पेश किया। सिर्फ इंदिरा गांधी की कुर्सी बचाने के लिए ही संविधान को खत्म करते हुए आपातकाल लागू किया गया था। वहीं बीजेपी सांसद लुंबाराम चौधरी ने कहा कि कांग्रेस और विपक्ष के नेता कह रहे हैं कि संविधान खतरे में है, ऐसे में देश को और खासतर युवाओं को यह पता चलना चालिए कि संविधान का गला किसने घोंटा था।
VIDEO | "They have been saying that the Constitution is in danger. People should know who strangled the Constitution," says BJP MP Lumbaram Choudhary on BJP protesting in Parliament premises. pic.twitter.com/MGCZnKVgJR
— Press Trust of India (@PTI_News) June 26, 2024