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ABVP: कश्मीर में पीडीपी दफ्तर पर तिरंगा लहराकर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता लौटे वापस

Jammu ABVP

नई दिल्ली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा पीडीपी कार्यालय पर ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। विरोध प्रदर्शन का कारण महबूबा मुफ़्ती द्वारा कुछ दिन पूर्व अप्पति जनक बयान दिया गया था जिसमें पीडीपी अध्यक्ष ने 14 महीने की नजरबंदी से रिहा होने के बाद पहली बार संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वह तिरंगा तभी थामेंगी जब पूर्ववर्ती राज्य का झंडा बहाल हो जाएगा।

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि जब तक जम्मू-कश्मीर को लेकर पिछले साल पांच अगस्त को संविधान में किए गए बदलावों को वापस नहीं ले लिया जाता, तब तक उन्हें चुनाव लड़ने अथवा तिरंगा थामने में कोई दिलचस्पी नहीं है।

इस बयान से नाराज़ हो कर एबीवीपी कार्यकर्ताओं द्वारा पीडीपी दफ़्तर के बाहर खूब नारेबाज़ी की एवं दफ़्तर के बाहर पीडीपी अध्यक्षा के पोस्टर पर सियाही फेंक दी जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने वहां तिरंगा फहराने का प्रयास किया। जिस पर पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें रोकने की कोशिश की जिसमें कार्यकर्ता घायल भी हुए।

एबीवीपी जम्मू महानगर मंत्री अक्षय प्रधान ने कहा की यह बहुत दुर्भाग्य पूर्ण हैं कि हमें तिरंगा लगाने से रोका गया। काफी देर पुलिस के साथ हाथापाई होने के बाद पीडीपी ऑफिस के बाहर तिरंगा लगाकर ही विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता वापस लौटे एवं पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ़्ती केवल सुर्ख़ियों में बने रहने के लिए ही सारा स्वांग रच रही हैं आने वाले दिनों में यदि महबूबा मुफ़्ती ने फिर ऐसी घटिया स्तर की राजनीति की तो हम लोग उनका जम्मू में रहना मुश्किल कर देंगे।

एबीवीपी के ऋषभ बाली ने कहा की महबूबा मुफ़्ती द्वारा जो देशद्रोही बयान दिया गया है वह निंदनीय है अतः हम महबूबा मुफ़्ती को बताना चाहते हैं की तिरंगा केवल आप जैसे लोगों का मोहताज नहीं हम अपनी जान क़ुर्बान करने को भी तैयार हैं परंतु तिरंगे के सम्मान पर कभी आंच नहीं आने देंगे।

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