शिमला। सुखविंदर सिंह सुक्खू आज हिमाचल के सीएम के तौर पर शपथ लेंगे। दोपहर 1.30 बजे शिमला के रिज मैदान पर उनकी ताजपोशी होगी। उनके साथ मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी सीएम की शपथ दिलाई जाएगी। सुक्खू के शपथग्रहण में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल होंगे। हिमाचल विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल ने राज्य से दूरी बना रखी थी। सुक्खू को सीएम बनाने का फैसला कांग्रेस आलाकमान ने लिया। दरअसल, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के सीएम पद पर अड़ जाने के बाद विधायकों ने पर्यवेक्षकों से आलाकमान के जरिए सीएम का नाम तय करने को कहा था।
सुक्खू मैदानी इलाके हमीरपुर के हैं। उन्हें हिमाचल चुनाव के दौरान पार्टी ने कैंपेनिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया था। कांग्रेस की बड़ी जीत के बाद उनकी बनाई रणनीति से पार्टी को मिली सत्ता को देखते हुए सुखविंदर सुक्खू को सीएम पद का जिम्मा दिया गया है। खास बात ये है कि प्रतिभा सिंह यानी पूर्व सीएम और अब दिवंगत वीरभद्र सिंह के परिवार से सुक्खू की कभी पटरी नहीं खाती थी। सुक्खू को सीएम बनाने का फैसला कर कांग्रेस आलाकमान ने एक दूसरे तरीके से परिवारवाद के किसी भी आरोप से भी किनारा कर लिया है। अब कांग्रेस पर कोई परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप शायद न लगा सके।
हिमाचल प्रदेश में अब सुक्खू की सरकार बनने के बाद राज्य के सरकारी कर्मचारियों की उम्मीदों को पर लग गए हैं। कांग्रेस ने इस बार तमाम चुनावी वादे किए थे। इनमें से सबसे अहम पुरानी पेंशन स्कीम OPS को दोबारा लागू करना था। कांग्रेस के नेताओं ने चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया था कि पहली कैबिनेट बैठक में ही इस फैसले को लागू किया जाएगा। अब देखना ये है कि पहली कैबिनेट बैठक कब होती है और इसमें पुरानी पेंशन स्कीम फिर से लागू किए जाने का फैसला होता है या नहीं। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में हर घर में कोई न कोई सरकारी कर्मचारी है।