नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा पारित किसान कानूनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई एक याचिका पर सुनवाई करते हुए मंगलवार को देश की सर्वोच्च अदालत ने इन तीन कानूनों के अमल पर अपने अगले आदेश तक रोक लगा दी है। कोर्ट ने इस मामले के हल के लिए एक कमेटी का गठन भी किया है। इस कमेटी में कुल चार लोग शामिल होंगे, जिनमें भारतीय किसान यूनियन के जितेंद्र सिंह मान, डॉ. प्रमोद कुमार जोशी, अशोक गुलाटी (कृषि विशेषज्ञ) और अनिल शेतकारी शामिल हैं। बता दें कि कड़ाके की ठंड के बीच किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली सीमा पर जमे हुए हैं। मंगलवार को उनके प्रदर्शन को 49 दिन हो गए हैं। ऐसे में किसानों ने अपनी मांग में कहा है कि, वो कृषि कानूनों को वापस करवाकर ही जाएंगे। फिलहाल अब जब कोर्ट ने इन कानूनों के अमल पर रोक लगा दी है तो सोशल मीडिया पर लोगों ने सड़कों पर उतरे किसान संगठनों से सवाल पूछने शुरू कर दिए हैं।
बता दें कि सोशल मीडिया पर एक यूजर ने विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों से सवाल किया है कि, चलो अब SC ने किसान क़ानून पर अमल स्थगित कर दिया। अब बताओ कितनी देर में सड़के ख़ाली कर रहे हो ?
वहीं एक यूजर ने लिखा कि, “कुछ तथाकथित किसान कह रहे हैं कि यह आंदोलन 2024 तक चलेगा जब-तक मोदी सरकार को गिरा नहीं देते। ये लोग सुप्रीम कोर्ट के बनाए कमीटी में शामिल नहीं होना चाहता है क्योंकि कमिटी में शामिल होने का मतलब है अपनी पोल खुद खोलना।”
इनका उदेश्य अराजकता फैलाना है, बिल से इनका कोई लेना देना नहीं है l इसलिए सड़क खाली नहीं करेंगे l
— Sushil (@Sushil569) January 12, 2021
वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि, “इनका उदेश्य अराजकता फैलाना है, बिल से इनका कोई लेना देना नहीं है l इसलिए सड़क खाली नहीं करेंगे।”
लोगों ने इस फैसले के बाद कुछ इस तरह के ट्वीट किए..
कानून लागु करना या न लागु करना सरकार का काम है. SC का दखल देना … भविष्य के लिए गलत साबित होगा…
फिर तो SC ही देश चलाये .. बेकार में करोडो रु. चुनाव में खर्च होते है..— India My Religion-Stay Safe (@aloksom) January 12, 2021
they already said, they don’t care what SC has said. like we predicted
— Harpreet (@IchbinDesi) January 12, 2021
यह वामपंथी सड़कें खाली नहीं करेंगे
— Ashok khanna (@ashokkhannax) January 12, 2021
बेकिंग : पंजाब के किसानो ने आंदोलन वापस लेने से किया इंकार
वह बोल रहे है कि सर्वोच्च न्यायालय के स्टे और 4 सदस्यों की कमेटी बनाने के निर्णय से उनका कोई लेना देना नही है
वह कमेटी मे नही शामिल होना चाहते है
ना कोई निर्णय मनाने के लिए तैयार हैयह तथाकथित किसान नही मंडी के दलाल है
— नेहा चौधरी (@Nehajaatni123) January 12, 2021
लेक़िन अब सबसे सस्ता और सबसे आगे का टिकट ज़िद करके बैठा हैं कि जब तक ये तीनों बिल रद्द नहीं हो जाते, हम घर नहीं जायेंगे और आन्दोलन भी ऐसे ही चलता रहेगा, ..
— ??Tarun Bhati? (@TarunBh21549786) January 12, 2021
It is an open game, not hide and seek.
BJP made a legal move to derail this fake protest movement.
Either vacate the place or get ready for legal action— Starwalker (@Starwalker12345) January 12, 2021
Abhi tog 26th tak wahan kafi Pindo se langar lga ae Abhi kaha hatege yeh log!
— vanshika sharma (@vanshika_26) January 12, 2021
?????
किसान सड़कों पर नहीं है, खेतों में व्यस्त हैं… और
जो सड़कों पर आ गए हैं, वो कहाँ जाएंगे ????— Sanjeev Saxena (@sanju71) January 12, 2021
ये डकैत टाइप लोग बिना जूते खाए वापिस नहि जाएँगे
— राष्ट्रवादी राज ?? (@rajbhaskar74) January 12, 2021
अब तो लगता है कोर्ट को ही सरकार चलानी चाहिए.
क़ानून जो संसद ने बनाये उसपे कैसे रोक लग सकती है???— बेखौफ Hindu (@Hindu99991) January 12, 2021