प्रयागराज। यूपी के प्रयागराज में उमेश पाल की सनसनीखेज हत्या के मामले में साजिश की परतें एक-एक कर उतर रही हैं। प्रयागराज पुलिस ने हत्याकांड में नामजद माफिया अतीक के बेटे असद पर 50 हजार का इनाम घोषित किया है। वहीं, उमेश हत्याकांड में शामिल कार के मालिक नफीस को गिरफ्तार किया है। नफीस के बारे में बताया जा रहा है कि वो माफिया अतीक अहमद का गुर्गा है। प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा के मुताबिक उमेश पाल की हत्या की साजिश इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के मुस्लिम हॉस्टल में रची गई। हत्याकांड में पुलिस ने सोमवार को अरबाज नाम के एक 50 हजारी बदमाश को मार गिराया जबकि, सदाकत नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया था।
पुलिस कमिश्नर के मुताबिक मुस्लिम हॉस्टल में सदाकत के कमरे में ही हत्या की साजिश रची गई। सदाकत ने पुलिस को कुछ और जानकारियां दी हैं। जिनकी तस्दीक पुलिस कर रही है। जानकारी ये भी मिली है कि इस हमले में गुड्डू मुस्लिम नाम का अतीक गैंग का बदमाश शामिल रहा है। वो बम फेंक रहा था। गुड्डू मुस्लिम लखनऊ में भी कई घटनाओं में शामिल रहा है। बिहार की पुलिस ने भी उसे एक बार गिरफ्तार किया था। इस बीच, सूत्रों के मुताबिक अब प्रयागराज पुलिस और एसटीएफ की नजरें बरेली जेल की ओर भी घूमी हैं। इस जेल में माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ कैद है। पुलिस ये जांच रही है कि हत्याकांड से पहले कौन-कौन अशरफ से मिलने आया था। अशरफ से मुलाकात करने वाले सभी लोगों को पुलिस अपने रडार पर लेकर जांच करेगी।
#FirstOnTNNavbharat | उमेशपाल हत्याकांड: वारदात में शामिल कार के मालिक का चला पता, STF ने नफीस को हिरासत में लिया..अतीक का गुर्गा है कार का मालिक नफीस@Ashutos10599574 दे रहे हैं ज्यादा जानकारी@iamdeepikayadav @SwetaSri27 @AnchorAnurag #UttarPradesh #AtiqAhmad #UmeshPal pic.twitter.com/ddkgILBwK0
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) February 28, 2023
उमेश पाल की हत्या में पुलिस अतीक अहमद और अशरफ का हाथ होने की बात अब तक मानकर चल रही है। हालांकि, अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने सीएम योगी आदित्यनाथ को भेजी चिट्ठी में इससे साफ इनकार किया है। बता दें कि उमेश पाल को बीते शुक्रवार बदमाशों ने गोली और बमों से हमला कर मार दिया था। हमले में उमेश पाल के एक गनर संदीप निषाद की भी जान चली गई थी। वहीं, दूसरा गनर राघवेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल हुआ। राघवेंद्र को प्रयागराज से लखनऊ लाकर एसजीपीजीआई में दाखिल कराया गया है। पुलिस ने हत्यारों को पकड़ने के लिए 10 टीमें बना रखी हैं।