नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों से राजधानी दिल्ली बाढ की गंभीर स्थिति से जूझ रही है। इस बीच दिल्ली वासियों के लिए सबसे बड़ी चिंता है बारिश। हाल की मूसलाधार बारिश के बाद, नदी ने अपने किनारों को तोड़ दिया, जिससे शहर के कई इलाके जलमग्न हो गए। सही योजना और बुनियादी ढांचे की कमी संकट को बढ़ा रही है, आलम तो ये है कि जब लगातार दिल्ली में पानी बढता जा रहा था तब ITO के पास बाढ़ को कम करने के लिए यमुना से अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए बनाए गए बैराज के 5 द्वार समय पर नहीं खोले जा सके।
स्थिति ऐसी है कि भारतीय नौसेना और वायुसेना को भी इस काम के लिए बुलाना पड़ा है। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए, अधिकारी अब शेष द्वार खोलने के लिए भारतीय नौसेना और वायु सेना से सहायता मांग रहे हैं। एक सकारात्मक बात यह है कि शुक्रवार शाम (14 जुलाई) को एक गेट सफलतापूर्वक खोल दिया गया, जिससे प्रभावित क्षेत्रों को कुछ राहत मिली। मिशन में शामिल होने के लिए पश्चिमी नौसेना कमान, मुंबई से गोताखोरों, वेल्डिंग और कटिंग विशेषज्ञों की एक टीम को दिल्ली में तैनात किया गया है।
Finally #IndianArmy repaired drain regulator at #ITO barrage, #Delhi. ITO Bridge-cutting the bridge to permit lifting of 5 sluice for allowing water to pass. 3 officers, 6 JCO, 45 Jawan of Corps of Engineer fixed it,in unfavourable & challenging condition of weather.… pic.twitter.com/5WLH25pgkL
— Manish Prasad (@manishindiatv) July 14, 2023
भारतीय वायु सेना भी इस प्रयास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। टीम के 8-12 सदस्यों को लेकर एक विमान मुंबई से रवाना हुआ, जो जरूरत की घड़ी में राजधानी शहर के लिए आशा लेकर आया। जलस्तर में मामूली गिरावट के बावजूद यमुना पर खतरा बरकरार है। शनिवार सुबह (15 जुलाई) तक जलस्तर 207.53 मीटर मापा गया, जो खतरे के निशान से थोड़ा नीचे है। सुबह 5 बजे से 9 बजे के बीच, नदी का स्तर 21 सेंटीमीटर कम हो गया, जो स्थिति में कुछ सुधार के संकेत देता है।