श्रीनगर। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश के वीर जवानों का हौसला बुलंद करने के लिए गुरुवार को श्रीनगर एयरबेस का दौरा किया। यहां राजनाथ सिंह ने भारतीय वायुसेना के अफसरों और जवानों से मुलाकात की। जिसके बाद उन्होंने अपना संबोधन भी दिया। राजनाथ सिंह ने आतंक को मदद देने वाले पाकिस्तान के परमाणु बमों की धौंस न सहने की बात करने के साथ ही उस पर जोरदार तंज भी कसा। राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान जहालत से ऐसी जगह आ गया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के बारे में यही कहा जा सकता है कि जहां वो खड़ा होता है, वहीं से मांगने वालों की लाइन शुरू होती है। राजनाथ सिंह ने ये भी कहा कि अभी आपने सुना होगा कि कैसे पाकिस्तान एक बार फिर आईएमएफ के पास कर्ज मांगने गया। वहीं, हमारा देश है। हम आज उन देशों की श्रेणी में आते हैं, जो आईएमएफ को फंड देते हैं, ताकि वो गरीब देशों को कर्ज दे सके।
#WATCH श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “रही बात पाकिस्तान की, तो वह देश तो, मांगते-मांगते अपनी जहालत से एक ऐसी हालत में आ गया है, कि उसके बारे में यह भी कहा जा सकता है, कि पाकिस्तान जहां खड़ा होता है, वहीं से मांगने वालों की लाइन शुरू होती है। अभी आपने… pic.twitter.com/wzL519YDsE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 15, 2025
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगे पाकिस्तान को चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने दो टूक कहा है कि हिंदुस्तान की सरजमीं पर किया गया आतंकी हमला एक्ट ऑफ वॉर माना जाएगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच अभी जो समझ बनी है, वो इसी पर है कि सीमा पार से गलत हरकत नहीं की जाएगी। उन्होंने चेतावनी के तौर पर कहा कि अगर सरहद पार से बेजा हरकत हुई, तो बात निकलेगी और दूर तलक जाएगी। रक्षा मंत्री ने पीएम की वो बात दोहराई कि अगर पाकिस्तान से अब बात होगी, तो आतंकवाद और पीओके पर ही होगी।
दरअसल, राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान पर ये तंज इसलिए कसा, क्योंकि उसकी माली हालत बहुत खराब है। भारत ने जब ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, तो पाकिस्तान के नेता परमाणु बम की धौंस दे रहे थे और निपटने का दम भर रहे थे। पाकिस्तान की इस धौंस को भारत ने इस तरह धोया कि पाकिस्तान के 11 एयरबेस और रडार स्टेशनों पर बड़ी तबाही मची। वहीं, पाकिस्तान की गुजारिश पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ ने उसे और 1 अरब डॉलर का कर्ज देने की मंजूरी दे दी। भारत ने पाकिस्तान को कर्ज देने के इस प्रस्ताव पर आपत्ति भी जताई थी, लेकिन आईएमएफ में शामिल अन्य देशों ने पाकिस्तान को कर्ज देने की मंजूरी दे दी।