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Punjab: मुझसे जिन्हें दिक्कत वो छोड़ें पंजाब, खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह का बयान

नई दिल्ली। वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने अपने विरोधियों को दो टूक कह दिया है कि, ‘मैं पंजाब से बाहर क्यों जाऊं। मैं पंजाबी हूं। मेरे पूर्वज ना जाने कब से पंजाब में रह रहे हैं। मेरे पूर्वजों ने पंजाब के लिए खून बहाया है और जो उनके पंजाबी होने पर सवाल उठा रहे हैं, पहले वो अपनी गिरेबान में झांक कर देखें। वहीं, जिन लोगों को मुझसे दिक्कत है, वो पंजाब छोड़ दें’। अमृतपाल ने आगे कहा कि, ‘वो एक पंजाबी हैं और पंजाब में रहना उनका अधिकार है और यह अधिकार उनसे कोई भी नहीं छीन सकता है। अगर किसी को लगता है कि कोई उनके इस अधिकार को छीनने में सफल हो जाएगा, तो यह उसके मन का भूल है। दरअसल, बीते दिनों अमृतपाल ने खुद को भारतीय मानने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद यह सवाल उठने लगे कि जब वो खुद को भारतीय मानने से इनकार कर रहे हैं, तो उन्हें भारत में रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें भारत छोड़ देना चाहिए, जिस पर अब अमृतपाल का उक्त बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि वो एक पंजाबी हैं और पंजाब छोड़कर नहीं जाएंगे। पंजाब में रहना उनका अधिकार है और यह अधिकार उनसे कोई भी नहीं छीन सकता है।

बता दें कि बीते दिनों अमृतपाल ने विवादित बयान दे दिया था। जिसमें उसने कहा था कि अगर हिंदू संगठन खुद के लिए हिंदू राष्ट्र की मांग कर सकता है, मुस्लिम गजवा ए हिंद की मांग कर सकता है, तो भला हम खालिस्तान की मांग क्यों नहीं कर सकते हैं। अमृतपाल ने खालिस्तान की मांग को उचित बताया था, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में बहस छिड़ गई थी। यही नहीं, बीजेपी ने पंजाब की भगवंत मान सरकार को खालिस्तानी समर्थक तक बता दिया था। हालांकि बाद में मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में मान ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था और यह भी कहा था कि आप एक या दो लोगों को देखकर पूरे पंजाब की आकलन नहीं कर सकते हैं। सीएम मान ने मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में पंजाब की कानून- व्यवस्था को बिल्कुल दुरूस्त बताया था।

दरअसल, बीते दिनों लवली सिंह तूफान को जेल से रिहा करने को लेकर अमृतपाल ने खालिस्तानी समर्थकों के साथ मिलकर पुलिस थाने का घेराव किया था और कानून-व्यवस्था को ठेंगा दिखाकर अपने साथी लवली को रिहा करवा लिया था, जिसे लेकर कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर मान सरकार पर सवाल उठे थे, लेकिन बाद में मीडिया से बातचीत के दौरान मान ने पंजाब की कानून-व्यवस्था को बिल्कुल दुरूस्त बताया था। बीजेपी ने सीएम मान पर खालिस्तानी समर्थकों को शह देने का आरोप लगाया था। बहरहाल, अभी इस पूरे मसले को लेकर पंजाब की राजनीति में भूचाल आ चुका है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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