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Gujarat Riots: जब गुजरात का सीएम रहते खुद PM मोदी ने लगाया था इन दो बड़े पत्रकारों पर दंगा मामले में संगीन आरोप, देखिए Video

pm modi

नई दिल्ली। साल 2002 में गुजरात में दंगे हुए थे। इन भीषण दंगों में करीब 1000 लोगों की मौत हुई थी। दंगों के बाद इनका आरोप गुजरात के तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी पर लगता रहा। बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने गुलबर्ग सोसाइटी मामले में मारे गए कांग्रेस के पूर्व सांसद अहसान जाफरी की पत्नी जकिया जाफरी की मोदी के खिलाफ अर्जी पर सुनवाई कर एक फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा कि कुछ तत्वों ने माहौल गरमाए रखने के लिए मोदी को जबरदस्ती फंसाना चाहा। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने न्यूज एजेंसी एएनआई से इंटरव्यू में कहा कि कुछ नेताओं और पत्रकारों ने मोदी के खिलाफ अभियान जारी रखने में भूमिका निभाई।

शाह के इस बयान के बाद शनिवार से ही ये चर्चा हो रही है कि आखिर वे पत्रकार कौन हैं और गुजरात दंगों में उनकी भूमिका क्या है? अमित शाह ने इन पत्रकारों के नाम का खुलासा तो नहीं किया, लेकिन दो ऐसे पत्रकार हैं, जिनके बारे में खुद नरेंद्र मोदी ने नाम लेते हुए उनपर गंभीर आरोप लगाए थे। मोदी ने गुजरात का सीएम रहते वक्त मधु पूर्णिमा किश्वर से बातचीत में कहा था कि गुजरात दंगों के वक्त पत्रकार बरखा दत्त और राजदीप सरदेसाई ने माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की। मोदी ने अपने इंटरव्यू में सूरत और कच्छ का उदाहरण देते हुए दोनों पत्रकारों पर संगीन आरोप लगाया था। मोदी ने बरखा दत्त और राजदीप के बारे में क्या कहा था, ये आप इस वीडियो में खुद सुन सकते हैं।

अब आपको बताते हैं कि अमित शाह ने एएनआई से इंटरव्यू में गुजरात दंगों के मामले में क्या सनसनीखेज आरोप लगाए थे। अमित शाह ने कहा था कि बीजेपी के विरोधियों ने कुछ पत्रकारों और एनजीओ के साथ मिलकर मोदी पर झूठे आरोप लगाए। शाह के मुताबिक इन सभी का एक मजबूत इको सिस्टम है। इस वजह से हर कोई ये मानता रहा कि इन लोगों का झूठ ही सही है। सुनिए अमित शाह का बयान।

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