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Congress: कांग्रेस की आपात बैठक में आखिर क्यों नहीं पहुंचे राहुल के करीबी, इसके क्या हैं मायने?

Rahul Gandhi

नई दिल्ली। कांग्रेस में अंतर्कलह आए दिन देखने को मिल रही है। इस सब के बीच कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के चयन की सुगबुगाहट तेज हो गई है। कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता पार्टी से नाराज चल रहे हैं। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले जिस तरह के संकेत मिल रहे हैं उससे साफ पता चल रहा है कि एक बार फिर पार्टी की कमान राहुल गांधी को सौंपा जा सकता है। क्योंकि राहुल गांधी के करीबी रणदीप सुरजेवाला ने एक प्रेस वार्ता में इस बात की घोषणा कर दी थी कि पार्टी के 99.9 प्रतिशत लोगों की पसंद अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी है। इस चुनाव से ठीक पहले आज कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर बैठक हो रही है जिसमें राहुल गांधी के करीबी केसी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला मौजूद नहीं थे।

सूत्रों से मिली इस जानकारी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्ष के लोग तो इस बात को भी कहने लगे हैं कि पार्टी अध्यक्ष के रूप में राहुल गांधी की स्वीकार्यता ही सवालों के घेरे में है। लेकिन इस सब के बीच यह खबर आ रही है कि केसी वेणुगोपाल की मां का निधन हो गया है ऐसे में वह कुछ धार्मिक रस्म करने के लिए अपने पैतृक गांव गए हुए हैं इस वजह से वह बैठक से दूर नजर आए। लेकिन इसके बाद भी यह सवाल लगातार उठ रहे हैं कि क्या केसी वेणुगोपाल का राहुल गांधी द्वारा पार्टी में कद बढ़ाया जाना लोगों को पसंद नहीं आया इस वजह से उनको इस बैठक से दूर रखा गया।

इससे पहले कांग्रेस पार्टी के 23 नेताओं ने अगस्त 2020 में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी नेतृत्व में सुधार की मांग की थी। इसके लेकर तब राहुल गांधी की नाराजगी पार्टी की बैठक में साफ देखी गई थी। अब इस सब के बाद यह बैठक हो रही है।

विपक्षी पार्टियों की तरफ से इस बैठक में राहुल गांधी के करीबी सहयोगी केसी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला के शामिल ना होने को एक संदेश के रूप में देखा जा रहा है। इस सब के बीच यह जरूर है कि इस बार कांग्रेस कोई भी रिस्क लेने के मुड़ में नहीं है। कांग्रेस की तरफ इस बार अध्यक्ष के चयन से पहले तैयारी यह की जा रही है कि पार्टी के नए अध्यक्ष के साथ किन-किन नेताओं को शामिल किया जाएगा, इस पर अंतिम विचार करने से पहले पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी के अधिकांश नेताओं से मिलनेवाली हैं।

इस मामले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन बंसल ने कहा, राहुल गांधी को लेकर पार्टी के किसी नेता को किसी के साथ कोई समस्या नहीं है और ये सिर्फ आज के लिए नहीं है। बंसल ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व की पूरी पार्टी को जरूरत है। ऐसे में हमें किसी के फैलाए गए जाल में फंसने की जरूरत नहीं है। ऐसे लोग पार्टी के एजेंडे से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।

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