नई दिल्ली। भारत में कोरोनावायरस के संक्रामित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में जनता को इस महामारी से बचाव और जागरूक करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने हाल ही में आरोग्य सेतु ऐप लॉन्च किया। आरोग्य सेतु ऐप जो कि लक्षणों के आधार पर बताता है कि आपको कोरोनावायरस का परीक्षण कराने की जरुरत है या नहीं। इसके जरिए यह भी पता चलता है कि आपके आस-पास कोरोना संक्रमित है या नहीं। यही कारण है कि मोदी सरकार लोगों से इसे डाउनलोड कराने पर जोर दे रही है। भारत ने इस ऐप को लॉन्च करके दिग्गज टेक कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है। वहीं कोरोनावायरस के खिलाफ जंग में मोदी सरकार के आरोग्य सेतु ऐप का विश्व बैंक भी कायल हो गया है। विश्व बैंक ने अपनी हालिया रिपोर्ट में इस ऐप की जमकर तारीफ की है।
विश्व बैंक की तरफ से शनिवार को जारी रिपोर्ट में इस ऐप का उदाहरण लेते हुए कहा गया कि इस इनोवेटिव सॉलूशन से बड़े पैमाने पर आबादी को शिक्षित करने और बीमारी को ट्रैक करने में मदद की जा सकती है। विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कोविड-19 संक्रमण को ट्रैक करने के लिए डिजिटल टेक्नोलॉजीज़ का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इस तरह की पहल काफी हद तक स्वैच्छिक रूप से पूर्वी एशिया में महामारी का मुकाबला करने में मदद करने में सफल रही है।
रिपोर्ट में कहा गया ये ऐप बिना पढ़े-लिखे, टेक्नोलॉजी की कम समझ वालों को भी शिक्षित करेगा और बीमारी को ट्रैक करेगा। इस ऐप को एंड्रॉयड और आईफोन दोनो स्मार्टफोन पर डाउनलोड किया जा सकता है। ये एप्लिकेशन 11 भाषाओं को सपोर्ट करती है।
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने ट्विटर पर एप्पल के सीईओ टिम कुक और गूगल के सीईओ सुंदर पिचई को टैग करते हुए लिखा, ‘भारत कोविड-19 के कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। जिसे उपयोगकर्ता की जानकारी गोपनीय रखे जाने के लिहाज से डिजायन किया गया है। हमें खुशी है कि आरोग्य सेतु की तर्ज पर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए एप्पल और गूगल मिलकर इस तरह की एप विकसित कर रहे हैं।’
India leads the way in contact tracing for COVID-19: privacy-first by design, secure, robust and scalable to billion users. Glad to see Apple and Google joining hands to develop contact tracing on the lines of #AarogyaSetu @tim_cook @sundarpichai pic.twitter.com/JDoSl0A5Qa
— Amitabh Kant (@amitabhk87) April 11, 2020