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Corona के नए स्ट्रेन को लेकर योगी सरकार अलर्ट, अतिरिक्त सतर्कता बरतने के दिए निर्देश

CM Yogi Adityanath

लखनऊ। कोरोनावायरस (Coronavirus) के कहर से अभी पूरी दुनिया पूरी तरह से ऊबर भी नहीं पाई है कि इसी बीच इस वायरस के नए स्ट्रेन की खबर ने कोहराम मचाकर रख दिया। मामला सबसे पहले ब्रिटेन से आया और आशंका जताई जा रही है कि ये नया कोरोनावायरस पहले वायरस के मुकाबले 70 प्रतिशत ज्यादा खतरनाक है। इस बीच कोरोनावायरस की नई स्ट्रेन को लेकर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी सरकार (Yogi  Govt) अभी से सतर्क हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanth) ने कोरोना के नए स्ट्रेन के दृष्टिगत प्रदेश में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि एयरपोर्ट आदि पर इस सम्बन्ध में विशेष सावधानी बरती जाए। उन्होंने नए स्ट्रेन के दृष्टिगत कोविड उपचार के सम्बन्ध में सभी जरूरी इन्तजाम सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे।

उन्होंने कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन को ध्यान में रखते हुए प्रदेश की प्रयोगशालाओं को उच्चीकृत किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के नए स्ट्रेन के दृष्टिगत चिकित्सा शिक्षा विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग प्रोएक्टिव होकर टेक्नोलाॅजी को अपडेट करें। उन्होंने वायरस के नए स्वरूप के सम्बन्ध में प्रदेश में जरूरी विशेषज्ञता विकसित किए जाने पर बल दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेशों से आए लोगों की सूची बनाकर उनकी टेस्टिंग सुनिश्चित कराई जाए। टेस्टिंग का परिणाम आने तक ऐसे व्यक्तियों को नियमानुसार होम आइसोलेशन में रखा जाए।

सीएम योगी ने कोविड-19 की रिकवरी दर को बढ़ाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि रिकवरी दर में वृद्धि के लिए काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा सर्विलांस की व्यवस्था को प्रभावी बनाकर रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोविड चिकित्सालयों में औषधियों, मेडिकल उपकरण तथा ऑक्सीजन की बैकअप सहित पर्याप्त उपलब्धता प्रत्येक दशा में बनी रहे। उन्होंने टेस्टिंग कार्य को पूरी क्षमता से संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि रैपिड एन्टीजन टेस्ट की संख्या में वृद्धि की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार मेडिकल काॅलेजों की स्थापना को प्राथमिकता प्रदान कर रही है। उन्होंने तृतीय चरण में बनने वाले समस्त 14 मेडिकल काॅलेजों की स्थापना की कार्यवाही को गति प्रदान करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस सम्बन्ध में गम्भीरता से प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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