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हेल्थ टिप्स : गर्मी से बचने के लिए जानें 5 तरीके, ऐसे रखें शरीर में तरावट

नई दिल्ली। उत्तर भारत में 25-26 जून के बाद सूखा पड़ा है, जिससे राजस्थान के पश्चिमी इलाके श्रीगंगानगर और बीकानेर इलाके में तापमान 43-45 डिग्री सेंटीग्रेड चल रहा है। उधर, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में भी मौसम शुष्क बना हुआ है। ऐसे में गर्मी से संबंधित समस्याएं शरीर को घेर लेती हैं। जैसे हीट-स्ट्रोक, शरीर में थकावट, डिहाइड्रेशन आदि। तो इन परेशानियों से निजात पाने के लिए हम आपको कुछ हेल्थ टिप्स बता रहे हैं, जिनको अपना कर आप अपने शरीर में तरावट रख सकते हैं।

गर्मियों के दौरान हर किसी के लिए एक मेडिकल व्रत का महत्व रेखांकित किया जाना चाहिए। व्रत का सबसे सरल तरीका यह हो सकता है कि हफ्ते में एक बार काबोर्हाइड्रेट नहीं खाया जाए और सिर्फ फलों व सब्जियों का सेवन किया जाए। इसके अलावा गर्मी में शौचालय जाने के बाद हाथ धोना, स्नान करना और नियमित रूप से कपड़े और बर्तन धोना भी महत्वपूर्ण है। स्वच्छता की अनुपस्थिति में, कोई व्यक्ति डायरिया, टाइफाइड और पीलिया से पीड़ित हो सकता है। गर्मी के विकारों से बचने के लिए, सुनिश्चित करें कि आपका शरीर पर्याप्त रूप से हाइड्रेटेड रहे।

बाहर छतरी का उपयोग करें

तापमान अधिक होने पर धूप में लंबे समय तक रहने से बचें। यदि आपको बाहर जाने की आवश्यकता है तो छतरी का उपयोग करें। गर्मी के अवशोषण से बचने के लिए हल्के सूती कपड़े पहनें।

शरीर को ऐसे रखें हाइड्रेट

सुनिश्चित करें कि आप गर्मी में बाहर निकलने से पहले ठीक से हाइड्रेटेड हैं। गर्मियों में पानी की आवश्यकता सर्दियों के मुकाबले 500 मिलीलीटर अधिक है। समर ड्रिंक्स को ताजा और ठंडा होना चाहिए जैसे कि पन्ना, खसखस, गुलाब जल, नींबू पानी, बेल शरबत और सत्तू का शरबत आदि।

पेय पदार्थ में 10 % से अधिक चीनी ना डालें

किसी भी पेय में 10 प्रतिशत से अधिक चीनी होने पर वो सॉफ्ट ड्रिंक बन जाता है और उससे बचना चाहिए। आदर्श रूप से, चीनी, गुड़ या खांड का प्रतिशत 3 होना चाहिए, जोकि ओरल रिहाइड्रेशन ड्रिंक में होता है।

ऐंठन महसूस करने पर नींबू पानी का सेवन करें

8 घंटे में कम से कम एक बार मूत्र आने का मतलब है कि हाइड्रेशन ठीक से हो रहा है। यदि आप गर्मी में ऐंठन महसूस करते हैं, तो चीनी और नमक के साथ नींबू पानी का खूब सेवन करें।

फलों व सब्जियों का सेवन

गर्मियों के दौरान हर किसी के लिए एक मेडिकल व्रत का महत्व रेखांकित किया जाना चाहिए। व्रत का सबसे सरल तरीका यह हो सकता है कि हफ्ते में एक बार काबोर्हाइड्रेट नहीं खाया जाए और सिर्फ फलों व सब्जियों का सेवन किया जाए।

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