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US Chip Export Restrictions: चीन की हेकड़ी निकालने के लिए अमेरिका ने उठाया ऐसा कदम, बौखलाए ड्रैगन ने दे डाली अंजाम भुगतने की धमकी

US Chip Export Restrictions: अमेरिका ने यह फैसला तीव्रता से होते अमेरिकी मशीनरी के दुरुपयोग पर विराम लगाने की दिशा में उपयुक्त कदम उठाया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के मुताबिक, कई वर्षों से अमेरिकी मशीनरी का दुरुपयोग बढ़ता जा रहा है, जिसे ध्यान में रखते हुए उपरोक्त कदम उठाया गया है, लेकिन अब सवाल यह है कि आखिर चीन के बौखलाने की वजह क्या है?

नई दिल्ली। ‘अगर चीन का यही रुख रहा तो वो दिन दूर नहीं जब ड्रैगन पूरी दुनिया में अलग-थलग पड़ जाएगा। वैश्विक परिदृश्य से उसके ताल्लुकात पूरी तरह से टूट जाएंगे और खुद को तीस मारखा समझने वाले ड्रैनग की दुर्दशा पर हिंदी की यह कहावत फिर बिल्कुल सटीक बैठेगी की ‘जैसी करनी वैसी भरनी।’ अब आप इतना सबकुछ पढ़ने के बाद मन ही मन सोच रहे होंगे कि आखिर माजरा क्या है कि आप चीन के संदर्भ में इस तरह की भूमिकाओं के सैलाब बहाए जा रहे हैं? जरा कुछ खुलकर बताएंगे। तो चलिए अब आपको पूरा माजरा तफसील से बताते हैं।

जानें पूरा माजरा

दरअसल, बीते दिनों अमेरिका ने एडवांस और हाई परफॉर्में कंप्यूटिंग चिप्स पर नियंत्रण लगाने की बात कही थी, जिसके बाद चीन बौखला गया। चीन ने अमेरिका के इस फैसले की कड़ी आलोचना की है। खैर, मसला अगर आलोचना तक ही सीमित रहता तो स्थिति आज कुछ और होती, बल्कि चीन तो अमेरिका के इस फैसले से इस कदर बौखला गया कि उसने अमेरिका को अंजाम भुगतने तक की धमकी दे डाली। आइए, आगे आपको बताते हैं कि अब चीन ने अमेरिका के उक्त फैसले पर क्या कहा है।

कैसी रही चीन की प्रतिक्रिया

बता दें कि चीन ने अमेरिका के उक्त फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि अमेरिका अपने उपरोक्त फैसले के जरिए प्रदत्त शक्तियों का दुरुपयोग कर रहा है, जिसके लिए उसकी आलोचना की जानी चाहिए। इतना ही नहीं, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आगे कहा कि विज्ञान-तकनीक आधिपत्य को बनाए रखने की जरूरत से अलग, अमेरिका चीनी कंपनियों को दुर्भावनापूर्ण रूप से रोकने और दबाने के लिए निर्यात नियंत्रण उपायों का दुरुपयोग करता है। चीनी विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि अमेरिका का यह फैसला आगामी दिनों चीनी कंपनियों को आर्थिक मोर्चे पर अघात पहुंचाएगा।

क्यों लिया अमेेरिका ने यह फैसला

अमेरिका ने यह फैसला तीव्रता से होते अमेरिकी मशीनरी के दुरुपयोग पर विराम लगाने की दिशा में उपयुक्त कदम उठाया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के मुताबिक, कई वर्षों से अमेरिकी मशीनरी का दुरुपयोग बढ़ता जा रहा है, जिसे ध्यान में रखते हुए उपरोक्त कदम उठाया गया है, लेकिन अब सवाल यह है कि आखिर चीन के बौखलाने की वजह क्या है? आखिर अमेरिका के इस फैसले से चीन का क्या सरोकार है?

बहरहाल, अब इस पूरे मसले को लेकर जारी वाकयुद्ध आगामी दिनों में क्या कुछ रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम

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